निशिकांत मिस्त्री
जामताड़ा । 19वीं जूनियर खो-खो चैंपियनशिप में भाग लेने के लिए जिले से बालिका टीम शुक्रवार को जामताड़ा रेलवे स्टेशन से चतरा के लिए रवाना हुई। यह प्रतियोगिता 11 जुलाई से 13 जुलाई 2025 तक चतरा के जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम चतरा में आयोजित की जाएगी। आयोजन की ज़िम्मेदारी चतरा जिला खो-खो संघ को दी गई है।जामताड़ा जिला खो-खो संघ के तत्वावधान में 15 बालिकाओं की टीम अपने कोच के साथ इंटर सिटी ट्रेन से रवाना हुई। खिलाड़ियों की रवानगी के अवसर पर स्टेशन परिसर में एक उत्साहजनक माहौल देखने को मिला। आयोजन समिति के अध्यक्ष डीडी भंडारी ने उपस्थितजनों को संबोधित करते हुए कहा, “खो-खो एक पारंपरिक भारतीय खेल है जिसका इतिहास प्राचीन भारत से जुड़ा है। यह युवाओं में अनुशासन, फुर्ती और टीम भावना का संचार करता है।” ज्ञान रेनू विद्या निकेतन स्कूल के डायरेक्टर श्यामल मंडल ने कहा खो-खो मैदानी खेलों के सबसे प्राचीनतम रूपों में से एक है जिसका उद्भव प्रागैतिहासिक भारत में माना जा सकता है। वही चंचला भंडारी ने कहा, जामताड़ा जिले में खो-खो के प्रतिभाशाली खिलाड़ी हैं, उन्हें उचित मार्गदर्शन और प्रशिक्षण देने की आवश्यकता है। आने वाले वर्षों में ये खिलाड़ी राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाएंगे। खो-खो संघ के सचिव नंदन कुमार सिंह ने खो-खो की महत्ता को रेखांकित करते हुए कहा, यह खेल बिना किसी महंगे उपकरण के खेला जा सकता है और यह खिलाड़ियों में ऊर्जा, रणनीति और शारीरिक तंदुरुस्ती को विकसित करता है। हमें विश्वास है कि जामताड़ा की टीम चतरा में शानदार प्रदर्शन करेगी। सभी ने खिलाड़ियों और कोच को बधाई देते हुए चैंपियनशिप में उत्कृष्ट प्रदर्शन की शुभकामनाएँ दीं। जामताड़ा की खो-खो टीम की यह यात्रा न केवल खेल के क्षेत्र में जिले की प्रतिभा को सामने लाएगी, बल्कि युवाओं को पारंपरिक खेलों से जोड़ने की दिशा में भी एक प्रेरक कदम सिद्ध होगी। इस अवसर पर रोहित ओझा, अनीश रंजन, प्रीतम मुर्मू, साक्षी महतो, उर्मिला हांसदा, आदि लोग उपस्थित थे।
