पटना संकुल बना ओवरऑल चैंपियन
खेल हमे अनुशासन और जीवन जीने की कला सिखाता है : उपायुक्त
रामावतार स्वर्णकार
इचाक । नवोदय विद्यालय समिति पटना संभाग के तत्वावधान में पीएम श्री जवाहर नवोदय विद्यालय, बोंगा में आयोजित त्रिदिवसीय संभागीय कबड्डी प्रतियोगिता का भव्य समापन बुधवार को हो गया। इस प्रतियोगिता में पटना संकुल ओवरऑल चैंपियन बना। अंडर-14 और अंडर-17 बालक वर्ग में कटिहार को पराजित कर पटना चैंपियन बना वहीं, अंडर-19 में कटिहार ने पटना को पराजित किया। अंडर-14 बालिका वर्ग में कटिहार ने पटना को पराजित किया, अंडर-17 में पटना ने रांची को हराया वहीं, अंडर-19 में पटना की बालिकाओं ने वर्धमान को हराकर खिताब अपने नाम किया
समापन समारोह में बतौर मुख्य अतिथि जिले की उपायुक्त नैंसी सहाय उपस्थित रहीं। उन्होंने विजेता टीम को ट्रॉफी और मेडल दिया। रनर टीम के बच्चों को भी ट्रॉफी देकर हौसला बढ़ाया। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि खेल हमें जीवन जीने की कला सिखाता है। अनुशासन सिखाता है, धैर्य सिखाता है, आपसी प्रेम सिखाता है। खेल से बच्चों में समानता की भावना पैदा होती है जिससे एकता और भाईचारा को बल मिलता है। विशिष्ट अतिथि डॉ बीडी त्रिवेदी ने भी खेल की महत्ता पर प्रकाश डाला। कहा स्वस्थ शरीर और सुंदर काया के लिए खेल सबसे बड़ी दवा है।
इससे पूर्व विद्यालय के प्राचार्य विनोद कुमार पांडे ने विद्यालय परिवार की ओर से मुख्य अतिथि और अन्य गणमान्य अतिथियों को बुके और अंगवस्त्र भेंट कर स्वागत किया। उन्होंने अपने संबोधन में विद्यालय की उपलब्धियां गिनाई। संगीत शिक्षक अभिनीत कुमार के निर्देशन में साक्षी और श्रुति ग्रुप ने स्वागत गान प्रस्तुत किया। वहीं
मुसकान ग्रुप ने नृत्य और
विक्की ग्रुप ने छऊ नृत्य प्रस्तुत कर सबका मन मोह लिया।
मो तनवीर अकबर खान ने विद्यालय परिवार की ओर से संपूर्ण कार्यक्रम का विस्तृत विवरण मुख्य अतिथि के समक्ष प्रस्तुत किया।
मंच संचालन छात्रा साक्षी और सोनिया ने किया। जबकि धन्यवाद ज्ञापन शिक्षिका जया जायसवाल ने किया।
मौके पर अरविंद कुमार सिंहा, गीतांजलि पांडे, अवधेश कुमार यादव, सुचिता कुजूर, एस के प्रसाद, बीपी तिवारी, गणेश शंकर, प्रशांत बाला, वीसी मौर्य, एके साहू, आशा पासवान, अफरोज, दीपक यादव, कमलेश कुमार, राज कुमार महतो, मनोज कुमार,अंजू दत्ता झा, प्रियंका शर्मा, मधु सिंह, सुलेखा कुमारी, सुनील चौबे, निरंजन प्रजापति आदि गणमान्य लोग उपस्थित थे।
