निशिकांत मिस्त्री
जामताड़ा । जिले के सहायक अध्यापकों ने अपनी मांगों को लेकर अब सरकार के विरुद्ध दिखाई पड़ रहे हैं। आज गांधी मैदान, जामताड़ा में झारखंड राज्य प्रदेश इकाई के निर्देश पर एक अहम बैठक शब्बीर अंसारी की अध्यक्षता में आयोजन की गई। वहीं बैठक का संचालन जिला सचिव दिलीप कुमार मंडल ने किया। बैठक में मौजूद सैकड़ों सहायक अध्यापकों ने सर्वसम्मति से निर्णय लिया कि अब सरकार की बेरुखी को और बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। वहीं बैठक के दौरान शब्बीर अंसारी ने बताया कि हमारी प्रमुख मांगों में समान काम के लिए समान वेतन, अनुकंपा नियुक्ति में शिथिलता, 62 वर्ष की सेवा अवधि, स्वास्थ्य बीमा योजना और कल्याण कोष की सुविधा। सहायक अध्यापकों का आरोप है कि इलाज के अभाव में कई साथी अध्यापक अपनी जान गंवा चुके हैं और सरकार उनकी समस्याओं पर गंभीर नहीं है। वहीं दूसरी ओर, हिंदी साहित्य सम्मेलन, प्रयाग एवं अन्य शैक्षणिक संस्थानों से प्राप्त प्रमाण पत्र के आधार पर वर्षों तक सेवा दे चुके अध्यापकों को हटाने के निर्णय का भी विरोध करते हैं। उन्होंने आगे कहा कि अब 19 अप्रैल को प्रस्तावित बैठक में जिले भर के सहायक अध्यापक भाग लेंगे और आंदोलन की रूपरेखा को अंतिम रूप दिया जाएगा। इस बैठक में इरफान अंसारी, शकील उज्जमा, भरत स्वर्णकार, फुरकान अंसारी समेत कई प्रमुख शिक्षक नेता और सैकड़ों सहायक अध्यापक मौजूद रहे। तो अब देखना होगा कि सरकार इन शिक्षकों की आवाज़ कब तक अनसुनी करती है या फिर कोई ठोस कदम उठाएगी।