निशिकांत मिस्त्री

जामताड़ा । झारखंड राज्य एड्स नियंत्रण समिति द्वारा सदर अस्पताल जामताड़ा स्थित ट्रेनिंग सेंटर में एचआईवी संक्रमित व्यक्तियों के साथ एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस अवसर पर झारखंड राज्य एड्स नियंत्रण समिति के सहायक निदेशक संतोष कुमार सिंह, सी एस डॉक्टर अभय प्रसाद, आई.सी.टी.सी. काउंसलरर सुनील दुबे समेत अन्य उपस्थित थे। इस अवसर पर सभी प्रतिभागियों को सामाजिक सुरक्षा कार्यक्रम अंतर्गत संचालित विभिन्न योजनाओं के साथ पेंशन, राशन कार्ड, आयुष्मान भारत योजना के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई जिसका लाभ एचआईवी संक्रमित व्यक्ति उठा सकते हैं। इस मौके पर झारखंड राज्य एड्स नियंत्रण समिति के सहायक निदेशक संतोष कुमार सिंह के द्वारा बताया गया कि यदि एचआईवी संक्रमित व्यक्ति के साथ कोई भेदभाव करता है या किसी डॉक्टर द्वारा ऑपरेशन करने से इनकार करता है तो उसे एचआईवी/एड्स (रोकथाम एवं नियंत्रण) एक्ट 2017 के अंतर्गत एक लाख रुपए तक का जुर्माना अथवा 3 माह से 2 साल तक की सजा अथवा दोनों हो सकता है।

साथ ही उनके द्वारा यह बताया गया कि वैसी संक्रमित महिलायें जो बेबी का प्लान करना चाहती हैं वे आईसीटीसी या पिपीटीसी काउन्सलर से मिलें जिससे उनके होने वाले बच्चे को एचआईवी से बचाया जा सके। सभी प्रतिभागियों को टोल फ्री नंबर 1097 के संबंध में जानकारी दी गई, जिस पर कॉल कर एचआईवी से संबंधित किसी भी तरह का शिकायत कर सकते हैं। मदन यादव दारा सभी प्रतिभागियों को सुरक्षित सेक्स के बारे में जानकारी दिया गया तथा यह बताया गया की एचआईवी संक्रमित व्यक्ति अपना पूरा जीवन स्वस्थ एवं समान्य रूप से बीता सकते हैं बशर्ते एआरटी दवा का नियमित सेवन करें। उनके द्वारा सभी एचआईवी पोजीटीव व्यक्तियों को पीएलएचआईवी नेटवर्क से जुड़ने का अनुरोध किया गया जिससे उन सभी को सरकार द्वारा संचालित योजनाओं का लाभ दिलाया जा सके। सुनील दुबे द्वारा नियमित ए.आर.टी. दवा के सेवन से होने वाले फायदे के सारे में जानकारी दिया गया। वहीं सिविल सर्जन डॉक्टर अभय प्रसाद ने कहा कि यदि कोई भी इस बीमारी से ग्रसित हैं तो घबराने की आवश्यकता नहीं है। इसका सरल इलाज है, इस बीमारी से किसी की मौत नही होती है।

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