निशक्त बच्चों को बोझ न समझें अभिभावक, उनमें प्रतिभा की कोई कमी नहीं- बीईईओ
रामावतार स्वर्णकार
इचाक । विश्व विकलांगता सप्ताह पर प्रखंड संसाधन केंद्र, इचाक में समावेशी शिक्षा के तहत विकलांग बच्चों अभिभावक और विद्यालय प्रबंधन समिति के बीच एक दिवसीय जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य विकलांग बच्चों औरअभिभवकों के बीच बेहतर सामंजस्य बिठाना था। कार्यक्रम की शुरुआत मुख्य अतिथि प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी बंशीधर राम और प्रखंड कार्यक्रम पदाधिकारी वंदना श्रीवास्तव ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर किया। मौके पर बीईइओ बंशीधर राम ने उपस्थित अभिभावकों को संबोधित करते हुए कहा कि विकलांग बच्चे को अभिभावक अभिशाप न समझें।
इन बच्चो में प्रतिभा की कोई कमी नहीं होती। आपके थोड़े से प्यार और प्रयास से इन बच्चों का भविष्य उज्जवल बन सकता है। बीपीओ वंदना श्रीवास्तव ने निशक्त बच्चों को दिए जाने वाले सरकारी सुविधाओं की जानकारी दी। मौके पर दो विकलांग बच्चों को व्हील चेयर तथा दो दृष्टिहीन बच्चों को ब्रेल बुक और स्टिक दिया गया। कार्यक्रम के दौरान इन निशक्त बच्चों के बीच जलेबी रेस, बास्केट गेम, म्यूजिकल चेयर, पेंटिंग, बॉल पिलिंग, ड्राइंग, छुआ छुई समेत कई प्रकार के इंडोर स्पोर्ट्स का आयोजन किया गया। वहीं अभिभावक भी कई प्रकार के खेल में भाग लिए। इस दौरान बच्चों और अभिभावकों में काफ़ी उत्साह देखा गया।
खेल में बेहतर प्रदर्शन करने वाले बच्चों को प्रथम पुरस्कार गोल्ड मेडल, द्वितीय पुरस्कार सिल्वर मेडल, तृतीय पुरस्कार ब्राउंज मेडल तथा दो से अधिक पुरस्कार जीतने वाले प्रतिभागी को शील्ड देकर सम्मानित किया गया। खेल का संचालन शिक्षक थॉमस पासवान, राजेश कुमार और सत्येंद्र कुमार कर रहे थे। मौके पर सहायक अध्यापक कैलाश कुमार समेत सभी 103 विद्यालयों के प्रधानाध्यापक और बच्चों के अभिभावक उपस्थित थे।