धनबाद । “जिस अस्पताल में मरीजों को खुद से पंखे-खाना चादर लानी पड़े, उस अस्पताल की इलाज व्यवस्था कैसी होगी यह अंदाजा लगाना मुश्किल नहीं है….” यह कहना था सूबे के अपर स्वास्थ्य सचिव अरुण कुमार सिंह का। गुरुवार को रांची से पहुंचे स्वास्थ्य सचिव ने जिले में स्वास्थय सुविधा को जानने के लिए सदर अस्पताल तथा शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में निरीक्षण के लिए पहुंचे। जहां उन्होंने मीडिया से बात करते हुए बताया कि कई सारी बातें उनके संज्ञान में नहीं थी, जो उन्हें पहुंचने पर पता चला। इन समस्याओं को जल्द से जल्द निपटाने के लिए विभाग अपने स्तर से कार्रवाई करेगी।
वहीं उन्होंने एसएनएमएमसीएच के विभिन्न वार्ड पीजी बिल्डिंग, इमरजेंसी, आउटडोर तथा अन्य स्थान का जायजा लिया। मरीजों को मिलने वाले खाना पर भी तीखी टिप्पणी की। निरीक्षण कार्यक्रम के दौरान जिले के उपायुक्त संदीप सिंह तथा अन्य वरीय प्रशासनिक पदाधिकारी के अलावा एसएनएमएमसीएच के प्रिंसिपल और कई चिकित्सक मौजूद रहे। निरीक्षण के दौरान अपर स्वास्थ्य सचिव ने देखा कि कई वार्ड में खिड़की के शीशे टूटे हुए है, वहीं सफाई का अभाव दिखा। इस संबंध में उन्होंने सफाई के काम में जुटे आउटसोर्सिंग कंपनी के लोगों को डांट पिलाते हुए काम के प्रति गंभीर होने को कहा।
वही एसएनएमएमसीएच भवन के विभिन्न वार्डों के खिड़की-दरवाजे टूटे हुए देखकर उन्होंने गहरी चिंता जताई। उन्होंने यह भी कहा कि इस अस्पताल में मरीजों का इलाज इतने बदतर तरीके से होती है, इसका उन्हें अंदाजा नहीं था।