झरिया । झरिया लाल बाजार स्थित महिला इंटर महाविद्यालय झरिया का दो दिनों तक चलने वाला अद्वितीय स्वर्ण जयंती समारोह ने पूरे झरिया में हलचल मचा दिया। पहले दिन दिनांक 30 अगस्त दिन शनिवार को महाविद्यालय परिसर में आयोजित तरह तरह के रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम ने ऐसा उत्साह बनाया कि लोग सबकुछ भूल कर घंटों रमे रहें। कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन,और श्री अग्रसेन जी महाराज एवं माता सरस्वती की तस्वीर पर माल्यार्पण से हुई। छात्राओं के द्वारा प्रस्तुत की गई गणेश वंदना, स्वागत गान,और कृष्ण भजन नृत्य,ने सबको मंत्र मुग्ध कर दिया। सबसे अदभुत तो सौंदर्य प्रतियोगिता अंतराक्छरी, म्यूजिकल चेयर और संगीत प्रस्तुति का तो कोई जवाब ही नहीं था। विजेताओं को आकर्षक पुरस्कार भी दिया गया। सौंदर्य प्रतियोगिता में श्रीमती राधा अग्रवाल, जया अग्रवाल,और पूनम गोयल जी ने निर्णायक मंडली की भूमिका निभाई।
दूसरे दिन,31 अगस्त दिन रविवार को झरिया के अग्रवाल धर्मशाला नया भवन में सुबह 10 बजे से ही पूरे झरिया की नजर थी। स्वयं को जानो, जैसा मोटिवेशनल सेशन ने, न सिर्फ बच्चों को बल्कि सभी के मन में एक जिज्ञासा से भर दी थी उनके इस जिज्ञासा को तृप्त किया पुरूषोतम मोदी जी ने जो कि पधारे थे गोंदिया महाराष्ट्र से। भोजन के उपरांत दूसरा सेशन प्रारंभ हुआ जिसने देश भर के प्रांतों भिन्न भिन्न रंग बिखेरा और सभी के सामने पूरे देश की संस्कृति को प्रस्तुत कर दिया। पूर्व तथा वर्तमान छात्राओं ने प्रस्तुति में कोई कसर बाकी नहीं छोड़ा। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि, धनबाद सांसद ढुल्लू महतो जी ने मारवाड़ी सम्मलेन द्वारा संचालित महिला इंटर महाविद्यालय की पूरी प्रशंसा की और साथ ही एक स्वर्ण जयंती के अवसर पर एक सामरिका पुस्तक का विमोचन भी किया।
इसके अतिरिक सभी ने अपने अपने विचार रखे। मारवाड़ी सम्मलेन के पूर्व तथा वर्तमान पदाधिकारी जैसे जय प्रकाश देवरालिया हरि प्रकाश लाटा जी राजकुमार अग्रवाल जी, जैसे कई सम्मानित पदाधिकारी गण भी उपस्थित रहे सभी को सम्मान दिया गया। कार्यक्रम को सफल बनाने में दीपक अग्रवाल,राजीव सावंतिया जी विवेक लील्हा जी विनोद मोदी जी, रमेश बंसल जी गणेश अग्रवाल, जी जैसे पदाधिकारी का विशेष योगदान रहा मंच का संचालन राजीव सावंतिया और विवेक लील्हा जी ने कुशलता पूर्वक दिया गया था।
कुल मिलाकर कार्यक्रम ने एक अद्भुत यादें सबके हृदय पर छोड़ दिया।
हिमांशी अग्रवाल (पिंकी मोदी ),छात्रा सत्र – 9194- 1998,,,,
आज का दिन हम सभी के लिए गर्व और खुशी का है। हमारे प्रिय कॉलेज ने अपनी गौरवमयी यात्रा के 50 वर्ष पूरे किए हैं। यह केवल संस्था का नहीं, बल्कि हम सभी पूर्व विद्यार्थियों का भी उत्सव है, क्योंकि इस कॉलेज ने हमें शिक्षा ही नहीं, बल्कि जीवन जीने की राह भी दी। मुझे गर्व है कि मैं इस महाविद्यालय का विद्यार्थी रही हूँ। यहाँ के शिक्षकों ने हमें सिर्फ किताबों का ज्ञान नहीं दिया, बल्कि संस्कार, आत्मविश्वास और समाज की सेवा का भाव भी दिया। आज इतने वर्षों बाद इस परिवार में पुनः लौटकर ऐसा लग रहा है मानो फिर वही छात्र जीवन लौट आया हो। मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूँ कि हमारा यह महाविद्यालय यूँ ही सफलता और समृद्धि की नई ऊँचाइयों को छूता रहे और आने वाली पीढ़ियों को मार्गदर्शन देता रहे।
