अभिषेक मिश्रा
चासनाला । सुदामडीह थाना क्षेत्र के भौरा बाई क्वार्टर छठ घाट के निकट स्नान करने के क्रम में दामोदर नदी में डूबी संजय भुईयां की पुत्री संध्या कुमारी 12 वर्ष का 45 घंटे बीत जाने के बाद भी दामोदर नदी में कोइ अता- पाता नहीं चल पाया है। एनडीआरएफ रांची की 30 सदस्यीय टीम शनिवार को 11:30 बजे दामोदर नदी में उतरी और 6 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद भी संध्या कुमारी को नहीं खोज पाई।
एनडीआरएफ कि टीम का नेतृत्व रवि शंकर सरोज कर रहे थे। टीम अपनी दो नाव पर सवार होकर दामोदर नदी में अलग अलग रास्ते खोजबीन शुरू किया। घटना स्थल से संध्या कुमारी की खोजबीन टीम के द्वारा शुरू किया गया। जिसके बाद मोहलबनी सुदामडीह नया पुल चासनाला सूर्य मंदिर घाट सेल चासनाला सैंड प्लांट कांड्रा बस्ती होते हुए तासरा तक नदी में कई बार छान मारा , परन्तु संध्या का कोई पता नहीं चल पाया है। एनडीआरएफ कि टीम में 6 महिला जवान भी तैनात की गई थी।
मोहलबनी मुक्ति धाम घाट पर जोरापोखर सर्किल इंस्पेक्टर आशुतोष कुमार सुदामडीह थाना प्रभारी राहुल कुमार सिंह एनडीआरएफ टीम को संसाधन जुटाने के लिए बैठे रहे। इधर संध्या के मिलने के इंतजार में स्थानीय लोगों की भीड़ जुटी हुई थी। इस दौरान विधायक रागिनी सिंह की पुत्री सताक्षी सिंह भी दामोदर नदी के मोहलबनी मुक्ति धाम घाट पहुंची और स्थिति की जानकारी लेने के बाद भौरा बाई क्वाटर संध्या कुमारी के पिता संजय भुईयां के घर जाकर मुलाकात कर ढाढस बंधाया। इधर 6 बजे के बाद एनडीआरएफ ने दामोदर नदी में रेस्क्यू ऑपरेशन बंद कर दिया है। रविवार को सुबह से फिर संध्या कुमारी की खोजबीन करेगी। इधर नदी किनारे के पाथरडीह, गौशाला ओपी, सिंदर थाना, एवं पश्चिम बंगाल के संथालडीह आदि थानों को संध्या कुमारी को दामोदर नदी में डूबने की सूचना दे दी गई है।
