रामावतार स्वर्णकार
इचाक । झारखंड स्वतंत्रता सेनानी विचार मंच के प्रदेश अध्यक्ष और वरिष्ठ नेता बटेश्वर मेहता ने राज्यपाल से अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला के ऐतिहासिक अंतरिक्ष मिशन यात्रा और उनके संदेशों को देश के सभी विश्वविद्यालय के पाठ्यक्रम में शामिल करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि भारतीय अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन के सफल मिशन में अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला के योगदान से देश का गौरव बढ़ा है। उनकी यह 18 दिनों की यात्रा युवाओं के लिए प्रेरणादाई है। अंतरिक्ष विज्ञान मे भारत की प्रगति से युवाओं में विज्ञान और तकनीकी क्षेत्र में जिज्ञासा बढ़ रही है। यह निश्चित रूप से देश को प्रगति के पथ पर आगे ले जाएगा। पाठ्यक्रम में अंतरिक्ष मिशन की सफलता की कहानी प्रेरणादाई होगी और यह युवाओं को विज्ञान और तकनीक के क्षेत्र में आगे बढ़ने को प्रेरित करेगा। बताते चलें कि इससे पहले 3 अप्रैल वर्ष 1984 में राकेश शर्मा अंतरिक्ष स्टेशन पर जाने वाले पहले भारतीय थे। उन्होंने सैल्यूट टी 11 अंतरिक्ष स्टेशन पर अपने दो सहयोगियों सोवियत कमांडर यूरी मालिशेव और फ्लाइट इंजीनियर ग्रेनेडी स्ट्रेक्कालोव के साथ अंतरिक्ष स्टेशन में करीब 8 दिन बिताए थे।
