निशिकांत मिस्त्री
जामताड़ा । गोविंदपुर साहिबगंज नेशनल हाईवे में फिर एक बार रफ्तार का कहर देखने को मिला। नारायणपुर थाना क्षेत्र के बांस पहाड़ी में बाइक और अज्ञात वाहन की जोरदार टक्कर हुई।चपेट में आने से एक युवक की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। जिसमें बाइक सवार जॉनसन मरांडी (25) के रूप में पहचान किया गया । घटनास्थल पर मौजूद लोगों में चर्चा था कि पोल्ट्री लदा पिकअप वाहन की चपेट में आने से दुर्घटना हुई। घटना की जानकारी होते ही आसपास के लोग और ग्रामीण जुट गए। हजारों की संख्या में ग्रामीण गोविंदपुर साहिबगंज सड़क को घंटो जाम कर दिया। मुआवजे की मांग को लेकर लगभग डेढ़ घंटे सड़क जाम रही। क्षतिग्रस्त बाइक की स्थिति देखकर अंदेशा लगाया की टक्कर बहुत ही जोरदार थी । बाइक का आगे का रिंग चूर-चूर होकर पूरा मोटरसाइकिल क्षतिग्रस्त हो गया है। स्थानीय प्रशासन और मंत्री के आने तक लोग सड़क पर डटे रहे। दोनों ओर लगभग ढाई किलोमीटर वाहनों की लंबी कतार लग गई। लोगों से वार्ता होते ही शव को पोस्टमार्टम के लिए जामताड़ा भैज दिया गया। सोहराय का चूड़ा कुटाकर घर लौट रहे थे स्थानीय मुखिया ,परिजन व ग्रामीणों ने बताया कि कल से सोहराय का पर्व बांसपाहड़ी गांव में शुरू होने वाला था।
पर्व की तैयारी में जॉनसन मरांडी बाइक लेकर निकले थे। जो चुड़ा कुटाकर घर लौट रहे थे। जो बिना हेलमेट पर थे। अज्ञात तेज वाहन की रफ्तार की चपेट में आने से मौत हो गई। इसकी खबर परिजनों को मिलते ही घटनास्थल पर पहुंचे । महिलाएं बच्ची सहित परिवार वालों का रो-रो कर बुरा हाल था। सोहराय का पर्व मातम में बदल गया। मौके पर मंत्री स्वास्थ्य एवं आपदा मंत्री इरफान अंसारी, प्रखंड विकास पदाधिकारी मुरली यादव, थाना प्रभारी मुराद हसन, अंचल अधिकारी देवराज गुप्ता पहुंचे । परिजनों को समझा बूझकर ढाढंस बंधाया ।तत्काल सहायता के रूप में लगभग पच्चास हजार की राशि दी गई। वही मंत्री ने आपदा विभाग से 2 लाख रुपए की राशि देने की स्वीकृति दी। स्वास्थ्य व आपदा विभाग मंत्री इरफान अंसारी ने घटना पर दुख व्यक्त किया । कहा कि एडीबी सड़क जब से बना है ।तब से हमारे स्थानीय जानता का जान जाता रहा है। सड़क पर तेज गति से वाहन चला रहे हैं। इस पर लगाम लगाना जरूरी है। हमारे विभाग के तहत मृतक के परिजनों को 2 लाख की राशि स्वीकृत की गई। युवाओं और बाइक सवार से अपील है कि हेलमेट पहन कर वाहन चलाने का अपील किया।अभी मृतक हेलमेट पहना हुआ रहता तो शायद जान बच सकती थी। सड़क पर दुर्घटना होने से मृतक अपने पीछे घर परिवार को छोड़ जाते हैं। जिनकी स्थिति काफी दयनीय हो जाती है। घटनास्थल पर मंत्री ने अधिकारियों को दो दिनों के अंदर स्पीड ब्रेकर लगाने के हिदायत दिए।
