निशिकांत मिस्त्री
जामताड़ा । महाविद्यालय जामताड़ा में सातवें वेतनमान व एसीपी एमएसीपी भुगतान आदि मांगों को लेकर महाविद्यालय के शिक्षकेतर कर्मचारी संघ के सदस्य धरने पर चले गए हैं। जिससे महाविद्यालय में विभिन्न तरह की समस्याएं उत्पन्न हो रही है और कार्य बाधित है। बैठक में संघ के महासचिव तापस कुमार चौबे ने बताया कि विभाग की ओर से हमारी जायज मांगों को अनदेखी कर रही है इसीलिए हम सभी कर्मी धरने पर बैठने पर बाध्य हो गया है। इससे पूर्व में भी हम लोग धरने दे चुके हैं विश्वविद्यालय के कुलपति के द्वारा आश्वासन दिया गया था कि आप सबों के मांगों पर जल्द ही निर्णय लिया जाएगा। लेकिन कई महीने बीत जाने के बावजूद भी हमारी मांगों को अब तक नहीं सुना गया है। इसीलिए संघ सिद्धू कानू मुर्मू विश्वविद्यालय दुमका के द्वारा अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने का निर्णय लिया गया है।
यह हड़ताल का आज तीसरा दिन है इसके अलावे धरने पर बैठे संघ के अध्यक्ष अंजू मुर्मू ने कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से सभी शिक्षकेतर कर्मियों को एसपी एमसिपी कब भुगतान पूर्व से ही किया जा रहा था। सातवां वेतन मान का प्रस्ताव राज्य सरकार के पास भेजा गया है जो अभी तक लंबित है। बावजूद सातवें वेतनमान को उच्च शिक्षा निदेशालय सिर्फ पूरा करने में विश्वविद्यालय प्रशासन पूरी तरह उदासीन भूमिका निभा रही है। आगे कहां की जो एसीपी एमसीपी विश्वविद्यालय द्वारा दिया जा रहा था छठ और दीपावली जैसे महापर्व में हम लोगों के वेतन से कटौती कर ली गई है। जहां सातवें वेतन देने और एसीपी एनसीपी का लाभ देने में विश्वविद्यालय को सक्रिय भूमिका निभानी चाहिए थी, उल्टा हम लोगों के एसीपी एनसीपी को काटकर हम लोगों के साथ ऐसा व्यवहार किया कि हमलोग इस विश्वविद्यालय के कर्मचारी नहीं है।
बाध्य होकर 26 नवंबर से अनिश्चितकालीन तालाबंदी कार्यक्रम किया गया है और यह तब तक जारी रहेगा जब तक सातवें वेतन के साथ एसीपी एनसीपी का भुगतान नहीं हो जाता। उन्होंने बताया कि छात्र हित में हम लोग परीक्षा विभाग को बाधित नहीं कर रहे हैं, लेकिन जैसे ही परीक्षा समाप्त होगी 9 दिसंबर से महाविद्यालय के मुख्य गेट पर संपूर्ण तालाबंदी होगा जो यह अनिश्चितकालीन रहेगा। मौके पर संघ के अध्यक्ष अंजुम मुर्मू,सचिव तापस कुमार चौबे, महाविद्यालय के प्रधान सहायक समीर कुमार झा, सदस्य भोला दास, संतोष राम, मीरा कुमारी, मधुसूदन साधु, रंजीत चालक सहित संघ के सदस्य उपस्थित थे ।