निशिकांत मिस्त्री
जामताड़ा । मां चंचला दशम वार्षिक महोत्सव के उपलक्ष में मां चंचला की पावन धरती जामताड़ा पूरी तरह से सज धजकर तैयार है। महोत्सव की पावन बेला में मां चंचला के दरबार को बेशकीमती फूल माला और अन्य मन मोहक साज सज्जा से भव्य रूप से सजाया गया है। सभी जामताड़ावासियों के द्वारा महोत्सव के उपलक्ष में अपने अपने घरों और प्रतिष्ठानों में दीपक जलाकर एवं झालर लाइट लगाकर दीव दिवाली दीपोत्सव के रूप में ऐतिहासिक रूप से मना रहे हैं। जामताड़ा शहर के सभी महापुरुषों के चौक चौराहे में झालर लाइट लगाकर एवं दीपक जलाकर सजाया गया है।
महोत्सव समिति अध्यक्ष वीरेंद्र मंडल ने कहा की मां चंचला दशम ऐतिहासिक त्रिदिवसीय वार्षिक महोत्सव के शुभ अवसर पर सभी जामताड़ावासी दिव्य दिवाली दीपोत्सव के रूप में मना रहे हैं। सोमवार प्रातः 8 बजे भव्य ऐतिहासिक कलश यात्रा निकाली जाएगी। जिसमे हजारों की संख्या में माताएं और बहनें भाग लेंगी। मां के चरणों हम सब प्रतिदिन फूल माला चढ़ाते हैं, लेकिन कलश यात्रा के दिन कलश यात्रा माता के मंदिर से निकलकर हनुमान मंदिर होते हुए माता के मंदिर तक यह यात्रा माताओं और बहनों के कलश लिए हुए माला का स्वरूप धारण करता है। इस कलश रूपी माला को हम सब माता के चरणों में अर्पित करते है।
यह मां चंचला का महोत्सव किसी व्यक्ति विशेष का महोत्सव नहीं हैं,यह पूरे जामताड़ावासियों का महोत्सव है। इस महोत्सव सभी धर्म , जाति,वर्ग के लोगों ने बड़चढ़कर भाग लिया है।सभी के सहयोग से यह दशम वार्षिक महोत्सव ऐतिहासिक रूप से मनाया जा रहा है। मैं उन तमाम मीडिया बंधुओ के प्रति आभार प्रकट करता हूं,जिन्होंने पिछले एक महीने से इस महोत्सव को ऐतिहासिक बनाने के लिए प्रचारित प्रसारित करने का काम किया है। सभी जामताड़ावासी के सहयोग से यह दशम वार्षिक महोत्सव पूर्ण रूप से ऐतिहासिक रूप से मनाया जा रहा है।