धनबाद । कोयलांचल में अवैध कोयला खनन के दौरान होनेवाले हादसों का सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा है। अब इस बार बरोरा क्षेत्र की बंद पड़ी डेको आउट सोर्सिंग परियोजना, फुलारीटांड़ में हादसा हुआ है। शनिवार की सुबह चाल गिर जाने से यहां अवैध ढंग से कोयला खनन में लगे करीब आधा दर्जन लोग जख्मी हो गए। इनमें एक महिला की हालत नाजुक बताई जाती है।
घटना आज सुबह करीब साढ़े पांच बजे की बताई जा रही है। बताया जाता है कि अवैध और असुरक्षित ढंग से खनन के दौरान अचानक ऊपर से मलबा गिर गया। इसमें महिला दब गई। कई अन्य लोगों को भी चोट आई है।
इस घटना से परियोजना में भगदड़ मच गई। हादसे के बाद मलबे में दबी महिला को आनन फानन में निकालकर मौके पर मौजूद लोग डुमरा की ओर भाग निकले। जख्मी भी भागे। मामले की सूचना मिलने पर पड़ोस गांव से लोग पहुंचे, तब तक परियोजना लगभग खाली हो चुकी थी। वहीं हादसे के बाद भी दर्जन भर से ज्यादा लोग मौके पर मौजूद थे, बिना किसी डर के बोरियों में कोयला भरकर मोटरसाइकिल पर लाद कर ले जा रहे थे। परियोजना में कई जगह कोयले से भरी सैकडों बोरियां पड़ी हुई थीं।
जिस स्थान पर चाल धंसी है, वहां बाहर एक प्लास्टिक और पानी की बोतल पड़ी हुई थी। हादसे के तीन घंटे बाद भी सुबह 8 बजे तक ना तो स्थानीय पुलिस और ना ही प्रबंधन का कोई अधिकारी मौके पर पंहुचा था। बीसीसीएल के दो पंप कर्मी वहां मिले, जो डर से कुछ बोलने को तैयार नही थे।
कोयला चोरों ने पिलर काट कर खदान को बना दिया मैदान: यूं तो लगभग एक किलोमीटर लंबी परियोजना में कई जगह अवैध उत्खनन हो रहा है] लेकिन यह घटना नावागढ़ और डुमरा को जोड़नेवाली सड़क के बगल में संचालित परियोजना के व्यू प्वाइंट के नीचे घटी है। कोयला चोरों ने पिलर काटकर अंदर पूरी खदान को मैदान बना दिया है। इससे आगे कभी भी भयानक दुर्घटना की संभावना बनी हुई है। पूरी की पूरी सड़क भी धंस सकती है।