अन्नू कुमारी की संदिग्ध मौत का मामला शोशल मीडिया में पकड़ा तुल
झरिया । 5 दिसंबर को झरिया थाना क्षेत्र के भालगोड़ा धर्मनगर की रहने वाली 16 वर्षीय अन्नू कुमारी की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत का मामला शोशल मीडिया में तुल पकड़ता जा रहा है । इसी आलोक में 9 दिसंबर शुक्रवार की दोपहर रांची से बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अधिकारी काजल यादव के नेतृत्व में चार सदस्यीय टीम पीड़ित परिजन के घर भालगोड़ा धर्मनगर पहुंचे । टीम में मुख्य रूप से रुचि कुज्जुर, डॉ. आभा, सुनील वर्मा , अनूप लकड़ा थे । रांची से आए बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अधिकारियों के साथ श्रम विभाग के रंजीत कुमार, प्रमोद कुमार समेत कई अधिकारियों ने पीड़िता नीला देवी से करीब डेढ़ घंटे तक पूरी घटना की जानकारी ली ।
पीड़िता नीला देवी ने कई साक्ष्य अधिकारियों के समक्ष पेश किए । बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अधिकारियों ने पीड़िता नीला देवी को ढांढस बांधते हुए कहा जांच में जो भी दोषी है उन पर कानूनी कार्यवाई की जाएगी । रांची बाल अधिकार संरक्षण के अधिकारियों ने कहा कि मृतिका अन्नू की मौत क्यों, कैसे और कब हुई है । इन सभी बिंदुओं पर बारीकी से जांच किया जा रहा है । मामले की जांच सही से चल रही है की नहीं, लेकिन परिजनों से पूछताछ में कुछ गड़बड़ी नजर आ रही है । मृतिका अन्नू का मेडिकल रिपोर्ट डॉक्टर कर रहे है । जिस पर आरोप लग रहा है वह भी एक डॉक्टर है, अगर ऐसा कुछ टीम को लगेगा तो एक अलग से टीम गठित किया जाएगा। जिससे पीड़ित परिवार को जल्द से जल्द न्याय मिल सके।
क्या है पूरा मामला
झरिया थाना क्षेत्र के भालगोड़ा धर्मनगर की रहने वाली 16 वर्षीय किशोरी अन्नू कुमारी की मौत 5 दिसंबर को संदिग्ध स्थिति मे हो गई थी। अन्नू धनबाद के धैया स्थित डॉ. अभिजीत उर्फ पिंटू के आवास पर घरेलू सहायिका ( नौकरानी ) का काम करती थी । उसकी मौत क्यों और कैसे हुई, अभी तक एक रहस्य की तरह बना हुआ है । अन्नू के परिजनों द्वारा डॉ. अभिजीत पर हत्या कर साक्ष्य छुपाने का मामला दर्ज कराया है। वही पोस्टमार्टम रिपोर्ट मे लड़की की मौत फंदे से झूलकर होने की बात सामने आई है । रांची बाल अधिकार संरक्षण के अधिकारी पूरे मामले की जांच कर रहे है।
