दुमका । दुमका जिले के शिकारीपाड़ा प्रखंड स्थित कल्याण विभाग के अनुसूचित जनजाति आवासीय प्लस टू विद्यालय के दो छात्र रसोई की गैस से लगी आग में झुलस गए हैं। दोनों को पहले स्थानीय मोहलपहाड़ी क्रिस्चियन हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया फिर प्राथमिक चिकित्सा के बाद फूलो झानो मेडिकल कॉलेज अस्पताल रेफर कर दिया गया। हालांकि आग कैसे लगी यह अभी तक साफ नहीं हो पाया है। क्योंकि विद्यालय में खाना बनाने के लिए दो रसोइए कार्यरत हैं। यहां बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि आखिरकार दोनों रसोईघर में क्यों गए थे।
दुमका के शिकारीपाड़ा प्रखंड स्थित इंदरबनी गांव के अनुसूचित जनजाति आवासीय प्लस टू विद्यालय के दो छात्र रसोई की गैस से लगी आग में झुलस गए हैं। एक का नाम समीर हेंब्रम और दूसरे का नाम लुथ सोरेन बताया जा रहा है। दोनों 11वीं के छात्र हैं। विद्यालय के प्रधानाध्यापक सुरेश कुमार मेहता ने उन्हें आनन-फानन में विद्यालय से थोड़ी दूर पर स्थित मोहलपहाड़ी क्रिश्चियन हॉस्पिटल में भर्ती कराया। यहां से दोनों को फूलो झानो मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में रेफर कर दिया गया जहां उनका इलाज चल रहा है।
इधर दुमका के जिला कल्याण पदाधिकारी अशोक प्रसाद ने मामले को गंभीरता से लिया है। दोनों छात्रों के झुलसने की जानकारी पर वे उन्हें खुद फूलो झानो मेडिकल कॉलेज अस्पताल लेकर आए। उन्होंने झुलसे छात्रों के परिजनों को कल्याण विभाग की ओर से चिकित्सा सहायता राशि के तौर पर पंद्रह-पन्द्रह हजार रुपये भी प्रदान किए