दुमका । आज से नवरात्र की शुरुआत हो रहा है। अब हर घर में नौ दिनों तक मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा होगी। लोग मां दुर्गा की उपासना के लिए कन्या पूजन भी करेंगे। पर, दुमका में एक ऐसी घटना सामने आई है जो महिला शक्ति के इस उत्सव को शर्मसार करने वाली है। जिले के सरैयाहाट थाना क्षेत्र के असवारी गांव में आधा दर्जन दबंगों ने डायन के शक में एक ही परिवार की 3 महिला समेत 4 लोगों को पीटा, फिर मैला पिलाया। इतने पर संतोष नहीं हुआ तो उनके शरीर को गर्म लोहे से दाग दिया। घटना शनिवार की रात की है। प्राप्त जानकारी के अनुसार शनिवार की रात गांव के मुनि सोरेन, लखीराम मुर्मू, सुनील मुर्मू, उमेश मुर्मू, मंगल मुर्मू सहित कुछ लोग सोनामुनी के घर में घुसकर अमानवीयता की हद पार कर दी।

आरोपियों ने शनिवार की रात में रसी मुर्मू (55), सोनामुनी टुड्डू (47), श्रीलाल मुर्मू (27 ) व कोसो टुडू को पहले पीटा। इसके बाद मैला पिलाया। इससे भी मन नहीं भरा तो गर्म लोहे से शरीर को दाग दिया। बाद में सूचना पुलिस तक पहुंची तो वो गांव आई और चारों को इलाज के लिए सीएचसी में भर्ती कराया। जहां 47 वर्षीय साेनामुनि टुडू और उसके 27 वर्षीय बेटे श्रीलाल मुर्मू को बेहतर इलाज के लिए रेफर कर दिया गया। इस कांड में संलिप्त 6 आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है।

वारदात के बाद शनिवार की रात को जाते हुए आरोपियों ने धमकी भी दी कि अगर पुलिस को सूचना दी तो इससे भी बुरा हाल करेंगे। तीन महिलाओं समेत चार लोग रात भर तड़पते रहे। अगली सुबह रविवार को आरोपी फिर पहुंचे और फिर से उनकी पिटाई की। घायल श्रीफल ने बताया कि गांव के ही ज्योतिंन मुर्मू ने बैठक कर उनके खिलाफ डायन होने का षडयंत्र रचा है। उसके कहने पर ही वारदात को अंजाम दिया गया। हालांकि अभी तक यह पता नहीं चला है कि सभी को डायन क्यों करार दिया गया।

गांव वालों ने पुलिस को बताया कि पीड़ित महिलाएं पूजा-पाठ ज्यादा करती थीं इसलिए कुछ लोगों को शक था कि वो लोगों पर भूत-प्रेत करती हैं। यही वजह है कि जब भी किसी का पशु भी बीमार पड़ता था तो वो उसके लिए इन्हीं को जिम्मेदार ठहराते थे। इस बार भी कुछ ऐसा ही था।

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