रामावतार स्वर्णकार
इचाक । देश की आजादी का अमृत महोत्सव पूरे देश में धूमधाम से मनाया जा रहा है। वहीं स्वयंसेवी संस्था मानव विकास के सचिव बीरबल मेहता ने भी जनता से आज़ादी के 75वीं वर्षगांठ धूमधाम से मनाने की अपील की। कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का स्वावलंबी भारत का सपना अभी भी अधूरा है। सिर्फ तिंरगा लहरा देने से बापू का सपना साकार नहीं होगा। हमें अपने देश के साथ साथ अपनी संस्कृति और अपनी माटी की रक्षा करने के लिए भी प्रतिबद्ध होना पड़ेगा।

आज एक तरफ पश्चिमी सभ्यता ने देश की संस्कृति पर कुठाराघात किया है, वही हमारे दैनिक जीवन में काम आनेवाले विदेशी उत्पाद भी देश की अर्थव्यवस्था को कमजोर करता जा रहा है। उन्होंने कहा कि स्वदेशी उत्पाद, पारंपरिक भोजन, आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति और देश की माटी से प्रेम हमारी परंपरा में शामिल रहा है। बापू ने कपड़े का व्यवसाय के बहाने देश को गुलाम बनाने आए अंग्रेजों को चरखा चलाकर भगाया था। हमें आत्मनिर्भर बनना होगा, तभी हम सच्चे मायने में आजादी के अमृत महोत्सव मना पाएंगे।

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