दुर्घटना में घायल युवक का इलाज के दौरान मौत, ग्रामीणों ने पुल निर्माता कंपनी पर उठाए सवाल
नौकरी और मुआवजा को लेकर हजारीबाग बगोदर मार्ग को एक घंटे जाम रखा
रामावतार स्वर्णकार
हजारीबाग/इचाक: थाना क्षेत्र के निचली जमुआरी गांव निवासी दीपक रजक (उम्र 25 वर्ष) पिता राजेश रजक की मौत मंगलवार को इलाज के दौरान रांची के एक निजी अस्पताल में हो गई। जबकि घायल रौशन गिरी का इलाज सदर अस्पताल हजारीबाग में चल रहा है। बताया जा रहा है कि दीपक गत माह 27 सितंबर को शाम करीब सात बजे अपने दोस्त रौशन गिरी के साथ जमुआरी से झुमरा बाजार जा रहा था। इसी दौरान मेढ़कुरी स्थित सेवाने पुल पर सामने से आ रहे एक अज्ञात वाहन की दूधिया रोशनी में चौंधिया गया और जैसे ही वह वाहन को साइड देने के लिए किनारे हुआ पुल पर रखे डस्ट और ऊबड़ खाबड़ के कारण उसका संतुलन बिगड़ गया और वह वाहन के चपेट में आ गया। घटना में दीपक और रौशन बुरी तरह से घायल हो गए। दीपक के सिर में गंभीर चोट लगी, हाथ और पैर टूट गया जबकि रौशन के भी पैर और हाथ टूट गया। घटना के बाद ग्रामीणों की सहायता से दोनों को इलाज के लिए सदर अस्पताल हजारीबाग भेज दिया गया। जहां दीपक की गंभीर स्थिति को देखते हुए डॉक्टरों ने उसे बेहतर इलाज के लिए रिम्स रांची रेफर कर दिया। जबकि रौशन का इलाज सदर अस्पताल में जारी है। घटना को लेकर सैकड़ों महिला पुरुष ग्रामीणों ने मंगलवार की शाम को शव के साथ झुमरा स्थित हजारीबाग बगोदर मार्ग को जाम कर दिया और सरकार से मुआवजा और नौकरी की मांग करने लगे। करीब एक घंटे सड़क जाम रहने के कारण गाड़ियों का परिचालन ठप्प हो गया और सड़क के दोनों तरफ गाड़ियों की लंबी कतारें लग गई। सूचना पाकर अंचल अधिकारी रामबालक कुमार, थाना प्रभारी मो इकबाल अंसारी और युवा नेता गौतम कुमार घटना स्थल पर पहुंचे और ग्रामीणों को समझा बुझाकर जाम हटाया जिसके बाद गाड़ियों का परिचालन शुरू हुआ। इधर मृतक के परिजन और ग्रामीण शव लेकर गांव पहुंचे। शव के घर पहुंचते ही परिजनों के चीत्कार से पूरा गांव दहल गया। दीपक घर का इकलौता कमाऊ सदस्य था उसके पिता पिछले कई वर्षों से किडनी की बीमारी से ग्रसित है वहीं छोटा भाई अभी पढ़ाई कर रहा है। दीपक की अबतक शादी नहीं हुई थी। अपने बेटे के खोने का ग़म ने मां को अंदर से झकझोर कर रख दिया। कमाऊ पुत्र के जाने के बाद अब घर कैसे चलेगा यह एक गंभीर सवाल है।बुधवार को शव का अंतिम संस्कार निचली जमुआरी के मुक्तिधाम में कर दिया गया। मुखाग्नि पिता राजेश रजक ने दिया। शव यात्रा में मुखिया प्रतिनिधि रामशरण शर्मा, पंसस प्रदीप कुमार, उप मुखिया प्रतिनिधि लक्ष्मण किशोर मेहता समेत सैकड़ों ग्रामीण शामिल हुए।
पुल के सड़क पर रखे है डस्ट और जमीन भी ऊबड़ खाबड़, रोज होती है दुर्घटना
बताते चलें कि सिद्धार्थ कंस्ट्रक्शन कंपनी द्वारा दारू थाना क्षेत्र के मेढ़कुरी स्थित इचाक झुमरा पथ के सेवाने नदी पर करोड़ों रूपये के लागत से पुल का निर्माण कराया गया है। लेकिन निर्माण के कुछ ही दिनों बाद पुल का एप्रोच रोड जहां तहां धंस गया है, कहीं सड़क ऊबड़ खाबड़ है तो कहीं अनावश्यक रूप से सड़क पर ही डस्ट रख दिया गया है। उप मुखिया प्रतिनिधि लक्ष्मण किशोर मेहता, ग्रामीण कैलाश रजक, हरिहर रजक, प्रदीप गिरी, विशेश्वर गिरी, रोहित रजक, ननकू रजक, महेश रजक, विक्की रजक, ओमप्रकाश भारती, मेघलाल ठाकुर, चंदन गिरी, विकास रजक, रामानंद भारती समेत दर्जनों ग्रामीणों ने बताया कि यहां सड़क खराब होने से आए दिन दुर्घटनाएं होती रहती हैं। बीते 15 दिनों में 12 लोग दुर्घटना के शिकार हुए हैं। लेकिन प्रशाशन और कंस्ट्रक्शन कंपनी मूकदर्शक बने हैं।
