रामावतार स्वर्णकार
इचाक: प्रखंड मुख्यालय से लगभग 11 किमी दूर देवकुली शिवमन्दिर के निकट हर वर्ष शारदीय दुर्गा पूजा का आयोजन ग्रामीण बड़े धूमधाम से करते हैं। यहां का पूजा पंडाल और भव्य पूजा व्यवस्था पूरे प्रखंड में आकर्षण का केंद्र बना रहता है। वहीं शारदीय नवरात्र के दौरान शोभा यात्रा, कलश यात्रा, संध्या महाआरती, रात्रि में प्रवचन और जागरण जैसे कार्यक्रमों में लोग दूर दूर से शामिल होने आते हैं। पूर्व मुखिया महेंद्र दास, ग्रामीण रामकुमार सिंह, छत्रधारी महतो, जगन ठाकुर, जगरनाथ महतो ने बताया कि देवकुली गांव में व्यवसाई छेदी साव ने दुर्गा पूजा प्रारंभ किया था। उन्होंने बताया कि वर्ष 1962 में गांव में भयंकर महामारी फैली थी। जिसमें मनुष्य से लेकर पशुओं तक में बीमारी फैल गई। वहीं गांव में सुखा पड़ने से अनाज का उत्पादन भी लगभग ठप्प हो गया था। उस समय शिवाला सिंह उर्फ बडका बाबू ग्राम प्रधान हुआ करते थे। गांव का पंचायत उन्हीं के घर में होता था। बगैर उनके आदेश से गांव में कोई नया काम नहीं करने की परंपरा थी। गांव के एक व्यवसाई छेदी साव हुआ करते थे। उन्होंने दुर्गा पूजा करने के लिए ग्राम प्रधान से कई बार अनुमति मांगी थीं लेकिन उन्होंने इस पर ध्यान नहीं दिया। लेकिन जब गांव में महामारी और सूखा पड़ने लगा तो उन्होंने छेदी साव को पूजा करने की अनुमति दे दी। लेकिन किसी ने आर्थिक सहयोग नहीं किया। छेदी साव जुनूनी और और पूजा पाठ में काफी रुचि रखने वाले व्यक्ति थे। उन्होंने शिवमन्दिर के निकट घोरान घोरकर और मिट्टी का मड़ैया बनाकर और उसमें मां दुर्गा की प्रतिमा स्थापित कर पूजा प्रारंभ किया। गांव के पुरोहित परमेश्वर पाण्डेय, नारायण पांडेय, विष्णु पांडेय और अर्जुन पांडेय संयुक्त रूप से पूजा अनुष्ठान करवाते थे। मां दुर्गा का पूजा होने से ग्रामीणों को महामारी और सूखा से राहत मिलने लगा। फसलें अच्छी हुई और गांव का उत्तरोत्तर विकास होने लगा। धीरे धीरे पूजा में ग्रामीण शामिल होने लगे और पूजा पंडाल मिट्टी के मड़ैया से ईंट का खपरैल और फिर वर्ष 2019 में अत्याधुनिक सुविधा वाला दुर्गा मंडा बन गया। वर्तमान में आचार्य श्रीनिवास पांडेय, कृष्णा पांडेय और पुरुषोत्तम पांडेय के संयुक्त नेतृत्व में पुजारी धनेश्वर महतो पूजा अनुष्ठान को विधिवत संपन्न करवा रहे हैं। इस नवरात्र में 24 सितंबर को कलश यात्रा के उपरांत प्रतिदिन प्रवचन कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। जहां वृंदावन से आए शंभूनाथ शास्त्री और प्रिया किशोरी शास्त्री द्वारा श्रीमद्भागवत गीता का प्रवचन सुनने दूर दूर से श्रद्धालु आ रहे हैं। तो वहीं दुर्गा पूजा महासमिति के अध्यक्ष नंदकिशोर महतो, सचिव बिंदेश्वर महतो, कोषाध्यक्ष अनिल कुशवाहा, राजेंद्र कुशवाहा, संतोष कुमार साव, योगेंद्र महतो, जगन्नाथ महतो, डब्लू साव, महेश महतो, विवेक केसरी, विक्रम कुमार, संतोष साव, बालेश्वर चंद्रवंशी, संतोष कुशवाहा, संतोष कुमार यादव, मनीष राम, विनोद केसरी, पूर्व मुखिया परमेश्वर राम, उमेश गिरी, गिरधारी महतो समेत समस्त ग्रामीण पूजा अनुष्ठान को सफल बनाने में दिन रात लगे हैं। शुक्रवार को आए तेज आंधी और बारिश ने यहां बने विशाल पूजा पंडाल को धराशाई कर दिया लेकिन ग्रामीणों का हौसला कम नहीं हुआ। वे रात दिन एक कर पुनः भव्य पंडाल बनाने में जुटे हैं।
