निशिकांत मिस्त्री
जामताड़ा । शरदीय नवरात्र की आज सप्तमी पूजा अर्चना की जा रही है। वहीं पूजा पंडालों और दुर्गा मंदिरों में नवरात्रि के सातवें दिन पूजा की शुरुआत हुई है। जिले में इस से बढ़कर एक पंडाल बनाया गया है, वहीं दुर्गा मंदिरों को भी रंग रोगन का सजाया गया है। आज महासप्तमी को मां कालरात्री की पूजा की जा रही है। आज के दिन प्रातः समय सरोवर से घट भरकर मंदिर लाया जाता है। ढाक के धुन पर भक्त जन घट लाकर मंदिर मे स्थापित करते हैं, जिसके बाद नवपत्रिका पूजा यानी नौ तरह की पत्तियों से मिलाकर बनाए गए गुच्छे से मां दुर्गा का आह्वान किया जाता है। और देवी की प्रतिमा की चक्षु अनावरण की परंपरा निभाई जाती है। जब मां दुर्गा की आंखों से पट्टी हटाई जाती है, तो इसे इस बात का प्रतीक माना जाता है कि अब देवी अपने भक्तों के बीच प्रत्यक्ष रूप से उपस्थित हैं और उनके आशीर्वाद के लिए द्वार खोल दिए गए हैं। नवरात्र में हर दिन अपना अलग महत्व होता है। जहां नवरात्रि के रूप में मां दुर्गा की अलग अलग स्वरूप की पूजा करते हैं। आज सप्तमी पूजा से मां दुर्गा की विस्त्रित पूजा की शुरुआत कर दिया है। दुर्गा स्थानों में हो रहे यज्ञ के दर्शन मात्र से कल्याण होता है।

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