निशिकांत मिस्त्री
जामताड़ा । आज उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी रवि आनंद की अध्यक्षता में जिला स्वास्थ्य समिति, जिला टास्क फोर्स, रोगी कल्याण समिति, टीबी टास्क फोर्स, टीबी निक्षय पोषण एवं मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेसन फाइलेरिया उन्मूलन अभियान सहित स्वास्थ्य विभाग के अंतर्गत विभिन्न बिंदुओं पर समीक्षा हेतु बैठक आहूत की गई। बैठक के क्रम में उन्होंने समिति के कार्यों, विभिन्न टास्क फोर्स के दायित्वों आदि की समीक्षा कर कई अहम दिशा निर्देश दिया। बैठक के क्रम में उन्होंने रूटीन टीकाकरण, मिजिल्स रुबेला एलिमिनेशन, मातृत्व एवं चाइल्ड हेल्थ, मल्न्यूट्रिशन ट्रीटमेंट सेंटर, परिवार नियोजन, एनीमिया मुक्त झारखंड, टीबी उन्मूलन, स्टॉप डायरिया कैंपेन 2025 सहित अन्य सभी पैरामीटर पर क्रमवार समीक्षा कर आवश्यक जानकारी ली। उन्होंने कहा कि जिले का परफॉर्मेंस अच्छा नहीं है, सभी अधिकारी अपनी कार्यशैली को सुधारें अन्यथा कार्रवाई की जाएगी। कहा कि जो एएनएम/जीएनएम अच्छा कार्य नहीं कर रहे हैं, उन्हें चिन्हित कर उपयुक्त स्थल में स्थानांतरित करें।
इसके अलावा उन्होंने बैठक में मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य, संस्थागत प्रसव, ट्यूबैक्टमी एवं अन्य गतिविधियां के बारे में विस्तारपूर्वक समीक्षा करते हुए संबंधित अधिकारियों को इस संबंध में समुचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया। वहीं रूटीन टीकाकरण की जानकारी लेते हुए जिला में बच्चों का शत प्रतिशत टीकाकरण सुनिश्चित करें। कहा कि इसमें सुधार लाएं। कहा कि बीसीजी का टीका से किसी भी हालत में बच्चे नहीं छूटें, अगर कोई परिवार इससे आनाकानी करते हैं तो उन्हें समझाएं एवं नोटिस करें। उन्होंने सभी पैरामीटरों में सुधार हेतु एक ही मेडिकल ऑफिसर की प्रतिनियुक्ति करने का निर्देश दिया। इसके अलावा मिजिल्स रूबल के उन्मूलन हेतु टीका लगाने का निर्देश दिया। इसके अलावा उन्होंने फाइलेरिया उन्मूलन के लिए चलाए जा रहे एमडीए आईडीए अभियान के कार्यों की समीक्षा की गई एवं आवश्यक दिशा निर्देश दिया।
वहीं उन्होंने जिला अस्पताल जामताड़ा द्वारा क्लेम किए गए सभी मामले की जांच हेतु नामित सदस्यों के द्वारा किए गए जांच में प्राप्त वास्तविक स्थिति के आधार पर अंतिम निर्णय लेने हेतु जिला शिकायत निवारण समिति की बैठक के क्रम में आवश्यक दिशा निर्देश दिया।
इसके अतिरिक्त उपायुक्त ने अस्पतालों में साफ सफाई, दवाओं की उपलब्धता सहित अन्य सभी मेडिकल सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक कार्रवाई करने का निर्देश दिया। उपायुक्त ने कहा अस्पतालों में साफ सफाई, दवाओं आदि की उपलब्धता, रोस्टर के अनुसार डॉक्टर्स एवं मेडिकल स्टाफ की ड्यूटी आदि के बारे में विमर्श किया। उपायुक्त ने कहा कि स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर बनाएं, अस्पताल में मरीजों को बेहतर ईलाज दें। इसमें किसी प्रकार की कोताही बर्दाश्त नही की जायेगी।
उपायुक्त ने आगे कहा कि लोग डॉक्टर भगवान के रूप मानते हैं। आप लोग अपनी बेहतर सेवाएं दें, मरीजों एवं उनके परिजनों से अच्छा व्यवहार करें। उन्हें सही इलाज मिलेगा तो उनका डॉक्टर्स, अस्पताल एवं सरकार के प्रति विश्वास बढ़ेगा।
