रांची में पिता पुत्र की हुई निर्मम हत्या पर गोलबंद हुए ग्रामीण एक सुर में कहा दोषी को जल्द मिले फांसी
रामावतार स्वर्णकार
इचाक। थाना क्षेत्र के बरका खुर्द गांव निवासी नागेश्वर महतो एवं उनके पुत्र अभिषेक कुमार मेहता का रांची स्थित शिवालिक होटल में रविवार को हुए निर्मम हत्या का मामला अब तूल पकड़ने लगा है। ग्रामीण उग्र हो रहे हैं और दोषियों को शीघ्र फांसी के फंदे तक पहुंचाने को को कमर कस ली है। इसी को लेकर गुरुवार को झारखंड कुशवाहा महासभा के बैनर तले आरएम प्रोजेक्ट उच्च विद्यालय, चंदा के मैदान में एक श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। जिसकी अध्यक्षता और संचालन पूर्व मुखिया और झारखण्ड कुशवाहा महासभा के प्रखंड अध्यक्ष इंद्रदेव प्रसाद मेहता ने किया।
इस श्रद्धांजलि सभा में मुख्य अतिथि संगठन के प्रदेश उपाध्यक्ष अयोध्या प्रसाद मेहता, विशिष्ट अतिथि संगठन सचिव बटेश्वर मेहता, जिला उपाध्यक्ष जयनारायण मेहता, जिला महामंत्री देगनारायण मेहता, जिप सदस्या रेणु देवी, पूर्व मुखिया सुनील कुमार मेहता, मनोज कुमार मेहता, कौशल नाथ मेहता, राजकुमार राम, मुखिया प्रतिनिधि प्रतिनिधि ओम प्रकाश मेहता, रामशरण शर्मा, दयानंद मेहता, पंचायत समिति सदस्य प्रदीप मेहता, अशोक मेहता, पुर्व पैक्स अध्यक्ष देवनाथ प्रो. राजेंद्र यादव, रंजित कुमार, मनोज कुमार, नरेश मेहता, सरयू महतो, शिवलाल महतो, महेंद्र मेहता, विजय मेहता और विद्यालय के छात्र छात्राएं शामिल हुए।
सबसे पहले दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की गई तत्पश्चात उपस्थित लोगों ने इस हृदय विदारक घटना पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए इसकी घोर निंदा की और घटना के आरोपी चंदन कुमार समेत अन्य दोषियों को शीघ्र फांसी दिलवाने की मांग की साथ ही मृतकों के आश्रितों को 50-50 लाख रुपए और एक नौकरी का प्रस्ताव पर चर्चा हुई। कार्यक्रम का नेतृत्व कर रहे भाजपा के वरिष्ठ नेता बटेश्वर मेहता ने कहा इस घटना ने इचाक समेत पूरे झारखंड प्रदेश को झकझोर कर रख दिया है
उन्होंने हेमंत सरकार से मांग किया कि फास्ट ट्रैक कोर्ट ने मामले की जल्द सुनवाई कर हत्या में शामिल अंतरराष्ट्रीय स्तर के रैकेट का पर्दाफाश करते हुए दोषियों को शीघ्र फांसी की सजा दी जाए ताकि भविष्य में इस प्रकार के जघन्य अपराध की पुनरावृत्ति नहीं होने पाए जिप सदस्य रेनू देवी ने कहा कि इस तरह का अपराध मानवता को शर्मसार करने वाला है। इससे पता चलता है कि प्रदेश में आम लोग सुरक्षित नहीं है । दिवंगतो की याद में विद्यालय परिसर में दो पेड़ लगाया। और संगठन का एक शिष्टमंडल परिवार के घर जाकर उनका ढाढस बंधाया।
