झरिया । सेल (SAIL) की ऐतिहासिक जीतपुर कोलियरी को मंगलवार को पूर्णतः बंद कर दिया गया। 109 वर्षों से संचालित इस खदान को सुरक्षा कारणों के मद्देनज़र भारी पुलिस बल और दंडाधिकारी की मौजूदगी में सील कर दिया गया। महाप्रबंधक मनीष कुमार द्वारा नोटिस चस्पा कर खदान बंदी की आधिकारिक घोषणा की गई। बता दें कि पूर्व में टाटा स्टील की जामाडोबा 6/7 पिट्स और 2 पिट्स कोलियरी में जलभराव की स्थिति उत्पन्न होने के कारण उन्हें बंद कर दिया गया था, जिसके कारण पानी का रिसाव लगातार जीतपुर कोलियरी में हो रहा था। इस स्थिति को देखते हुए DGMS और सिंफर की सिफारिशों पर सेल निदेशक ने 23 अप्रैल 2024 को खदान में श्रमिकों की एंट्री पर रोक लगाई थी। हालांकि आवश्यक सेवाएं जैसे पंपिंग कार्य जारी थीं, लेकिन अब वह भी पूरी तरह बंद कर दी गई हैं। मंगलवार को दंडाधिकारी नंद किशोर मंडल, विपिन पाठक, और मनोज दास की उपस्थिति में बंदी की कार्रवाई को अंजाम दिया गया। इससे कोलियरी में कार्यरत 145 सेल कर्मचारियों के तबादले की संभावना प्रबल हो गई है। इस बीच, उप मुख्य श्रम आयुक्त (केंद्रीय) ने उत्पादन बंदी की स्थिति को गंभीरता से लेते हुए वैकल्पिक तकनीकी राय (सेकंड ओपिनियन) प्राप्त करने के निर्देश दिए थे | और आगामी 7 जुलाई को एक और बैठक बुलाने का आदेश भी जारी किया है। लेकिन इससे पहले ही खदान को पूर्ण रूप से बंद कर दिया गया है, जिससे यह देखना दिलचस्प होगा कि 7 जुलाई को होने वाली बैठक में क्या निष्कर्ष निकलता है और क्या कोई समाधान सामने आता है।
