कुमार अजय
धनबाद । कोयलांचल में वट सावित्री पूजा की उत्साह देखने को मिला है। जेठ महीना अमावस्या के दिन सुहागव्रती महिलाओं के द्वारा मनाए जाने वाला बट सावित्री पूजा जिले में धूमधाम से मनाया गया । देशभर में बट सावित्री पूजा श्रद्धा और आस्था के साथ मनाई गई। यह पर्व विशेष रूप से विवाहित हिंदू महिलाओं द्वारा मनाया जाता है, जिसमें वे अपने पति की लंबी उम्र और सुख-समृद्धि के लिए व्रत रखती हैं और वटवृक्ष (बड़ के पेड़) की पूजा करती हैं।
बट सावित्री व्रत की मान्यता महाभारत काल की पवित्र कथा पर आधारित है, जिसमें सावित्री ने यमराज से अपने पति सत्यवान का जीवन वापस मांग लिया था। इस व्रत में महिलाएं निर्जला व्रत रखती हैं। पारंपरिक वस्त्रों में सजकर सुहाग की सभी निशानियों जैसे सिंदूर, चूड़ी, बिंदी आदि के साथ वटवृक्ष की पूजा करती हैं और कच्चा धागा (सूत्र) पेड़ के चारों ओर लपेटकर परिक्रमा करती हैं।
