निशिकांत मिस्त्री
जामताड़ा । पश्चिम बंगाल के सालानपुर थाना अंतर्गत डोमदोहा गांव में बुधवार रात एक जघन्य हत्या हुई है। इस घटना ने क्षेत्र को हिला कर रख दिया है। अज्ञात बाइक सवार अपराधियों ने केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) के एक समर्पित जवान को गोली मार दिया। देश की सुरक्षा में समर्पित यह जवान, मिहिजाम (झारखंड) के निवासी थे। इस वीभत्स कांड ने क्षेत्र में भय और असुरक्षा की भावना को गहरा कर दिया है। घटना बुधवार रात्रि लगभग 8:30 बजे की है। डोमदोहा गांव में उस समय सन्नाटा पसर गया जब दो बाइक सवार अज्ञात अपराधियों ने अचानक फायरिंग शुरू कर दी। गोलीबारी का शिकार हुए जवान सुनील कुमार पासवान की मौके पर ही मृत्यु हो गई। हमलावर हत्या को अंजाम देकर अंधेरे का लाभ उठाते हुए फरार हो गए। यह कृत्य न केवल अमानवीय था, बल्कि पूरी व्यवस्था पर गहरा प्रहार है। इस घटना के बाद डोमदाहा में भय का माहौल व्याप्त है। स्थानीय नागरिकों में दहशत है और वे खुलकर बात करने से कतरा रहे हैं। घटना ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि क्या आम आदमी या देश का सेवक भी अब सुरक्षित नहीं है। मृतक जवान का पैतृक गांव ढ़ईपाड़ा में इस घटना से लोग स्तब्ध है। नगर में शोक की लहर है। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। मोहल्ले वालों का कहना है कि सुनील एक शांत और समाजसेवी प्रवृत्ति के व्यक्ति थे, जो हमेशा दूसरों की मदद के लिए तैयार रहते थे। उनका इस तरह जाना पूरे समाज के लिए अपूरणीय क्षति है।
