पुलिस ने समय रहते पहुंचकर लूटपाट से बचाया
प्रतिनिधि
हजारीबाग/चौपारण । झारखंड बिहार की सीमा से सटे चौपारण प्रखंड की दनुआ घाटी एक बार फिर एक बड़े हादसे की गवाह बनी। शुक्रवार की सुबह यहां दो ट्रकों की टक्कर के बाद दोनों वाहन 40 फीट गहरी खाई में जा गिरे। इनमें से एक ट्रक चावल से लदा हुआ था, जिससे हजारों बोरी चावल नीचे गिर गई। हालांकि गनीमत रही कि कोई जान का नुकसान नहीं हुआ, लेकिन इस घटना ने एक बार फिर से इस क्षेत्र की सड़क सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, दनुआ घाटी में पहले से ही एक खराब ट्रक सड़क किनारे खड़ा था। इसी दौरान एक तेज़ रफ्तार ट्रक, जो चावल से भरा हुआ था, वहां पहुंचा और संतुलन खोते हुए खड़े ट्रक में जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर इतनी भीषण थी कि दोनों ही ट्रक सड़क से फिसलते हुए 40 फीट नीचे खाई में जा गिरे।
हादसे की जानकारी मिलते ही चौपारण थाना प्रभारी अनुपम प्रकाश के नेतृत्व में पुलिस की टीम तत्काल मौके पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रण में लिया। पुलिस ने खाई में गिरे ट्रकों से चावल की बोरियों को बाहर निकलवाया और किसी भी प्रकार की लूटपाट को रोकने में सफलता हासिल की। पुलिस की सक्रियता से किसी भी ग्रामीण या राहगीर द्वारा चावल की चोरी नहीं की जा सकी।
घटना स्थल तक पहुंचने के लिए जीटी रोड को कुछ समय के लिए बंद करना पड़ा। वन विभाग की अनुमति के बाद खाई में उतरे पुलिस कर्मियों और ग्रामीणों ने ट्रकों से चावल की बोरियां निकालना शुरू किया। घंटों की मशक्कत के बाद ट्रक में लदे अधिकांश चावल को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया।
स्थानीय लोगों का कहना है कि दनुआ घाटी एक खतरनाक मोड़ पर स्थित है, जहां अक्सर भारी वाहन ब्रेक फेल या संतुलन बिगड़ने के कारण हादसे का शिकार हो जाते हैं। इससे पहले भी इस घाटी में कई जानलेवा दुर्घटनाएं हो चुकी हैं, लेकिन अब तक सरकार या प्रशासन की ओर से यहां स्थायी समाधान की कोई पहल नहीं की गई है।
इस हादसे ने एक बार फिर दनुआ घाटी की खतरनाक सच्चाई को उजागर कर दिया है। लोगों ने मांग की है कि घाटी में स्पीड कंट्रोल, गार्ड रेलिंग, चेतावनी संकेत और सीसीटीवी कैमरों की व्यवस्था की जाए ताकि भविष्य में ऐसे हादसों को रोका जा सके।