निशिकांत मिस्त्री
जामताड़ा । वक्फ बोर्ड अधिनियम में संशोधन के विरोध में मुस्लिम मंच द्वारा जामताड़ा नगर में एक विशाल जन आक्रोश रैली का आयोजन किया गया। आक्रोश रैली गाँधी मैदान से निकली जो बाजार भ्रमण करते हुवे सुभाष चौक, गाँधी चौक के बाद अनुमंडल कार्यालय के समक्ष धरना स्थल पहुँचे और रैली सभा में तब्दील हो गई। रैली और सभा के दौरान केंद्र सरकार के विरोध में जमकर नारेबाजी की गई। रैली के दौरान सुरक्षा व्यवस्था को लेकर भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई थी। जनसभा के बाद मंच के प्रतिनिधि मंडल द्वारा महामहिम राष्ट्रपति के नाम संबंधित ज्ञापन उपायुक्त को सौंपा है। वहीं सभा के बाम मंच के पदाधिकारी ने बताया कि जिस प्रकार से मोदी सरकार ने पिछले दिनों रातों रात वक़्फ़ बोर्ड अधिनियम में संशोधन कर बिल पास कर दिया ये तानाशाही है। अधिनियम लागू करने के पूर्व केंद्र सरकार को हमलोगों के सांसदों से बात करनी चाहिए थी। सरकार से हमारी मांग है बिल को अभिलंब वापस ले अन्यथा हमलोग सड़क से सदन तक विरोध करेंगे। प्रमुख नेताओं ने साफ शब्दों में कहा कि वक्फ बोर्ड अधिनियम में किया जा रहा यह संशोधन मुसलमानों की धार्मिक और सामाजिक संपत्तियों के संरक्षण के खिलाफ है। मंच का कहना है कि यह संशोधन वक्फ की स्वायत्तता और उसकी धार्मिक पहचान को प्रभावित करने वाला है, जिसे किसी भी हाल में स्वीकार नहीं किया जाएगा। मंच के सदस्यों ने कहा कि विरोध पूरी तरह से लोकतांत्रिक ढंग से की गई है। लेकिन अगर जरूरत पड़ी तो सड़क से लेकर सदन तक संघर्ष किया जाएगा। वहीं मंच से जुड़े अन्य पदाधिकारियों ने भी कड़ी प्रतिक्रिया दी है।
