रामावतार स्वर्णकार
इचाक:झारखंड में लोकसभा एवं विधानसभा के सीटो को बढ़ाए जाने, इचाक को अलग विधानसभा तथा बरकट्ठा को अलग लोकसभा बनाए जाने समेत अपने चार सूत्री मांगों को लेकर प्रखंड के जेपी चौक दरिया में ग्रामीणों ने आंदोलन का शंखनाद किया। उनकी चार सूत्री मांगों में 1932 के खतियान को जल्द लागू करने, झारखंड अलग राज्य आंदोलनकारी को प्रमाण पत्र देने सह झारखंड स्थापना दिवस से लेकर वर्तमान समय तक का पूरा पेंशन देने, शहीद अथवा मृतक आंदोलन कारी के आश्रित को पेंशन मुहैया कराने का मांग भी शामिल है। आंदोलन का नेतृत्व झारखंड अलग राज्य आंदोलनकारी प्रकाश कुमार मेहता कर रहे थे। उन्होंने कहा कि अलग झारखंड राज्य बनाने को लेकर हमने लड़ाइयां लड़ी, लाठियां खाई, जेल गया। हमने झारखंड अलग राज्य के मुख्य आन्दोलनकारी दिशाेम गुरु शिबू सोरेन का साथ दिया। उस समय उन्होंने वादा किया था कि झारखंड अलग राज्य बन जाने पर आप सभी आंदोलनकारी को सिपाही की नौकरी दी जाएगी, पेंशन मुहैया कराया जाएगा। किंतु झारखंड राज्य बने 24 वर्ष बीत गए है। हमलोगों को न नौकरी मिली न पेंशन। उन्होंने कहा कि उपरोक्त मांगों को लेकर हमारा आंदोलन तब तक जारी रहेगा जब तक हमारी मांगें पूरी नहीं हो जाती। आंदोलन में उप मुखिया भिखनी देवी, केसिया मासोमत, प्रदीप कुमार मेहता, छत्रधारी मेहता, यमुना प्रसाद मेहता, दामोदर महतो, देगलाल महतो, बलदेव प्रसाद मेहता, सुरेंद्र मिश्रा, अशोक कुमार मेहता, जगदीश प्रसाद मेहता, अनिल कुमार मेहता समेत दर्जनों लोग शामिल थे।