निशिकांत मिस्त्री
जामताड़ा । विधानसभा चुनाव को लेकर सरगर्मी तेज है। प्रत्याशी के साथ कार्यकर्ता और प्रचार वाहन पूरे जोश के साथ मैदान में डटे हुए है । सभी पार्टियों के द्वारा अपने-अपने क्षेत्र में झंडा बैनर आदि लगाने का भी काम बहुत तेजी से हो रहा है। जिला मुख्यालय का हाल यह है कि यहां निजी घरों के अलावा झंडा लगाने की इतनी होड़ है कि लोग कहीं भी झंडा लगा दे रहे हैं. ऐसे में परेशानी उत्पन्न होती है प्रशासन के समक्ष, जब आचार संहिता उल्लंघन को लेकर बात उठने लगती हैं। शहर के सभी सड़क विभिन्न पार्टी के झंडों से अटे पड़े हैं। इस क्रम में कार्यकर्ताओं ने शहर में बनी सरकारी दुकान, फुटपाथ की दुकान आदि में भी पार्टी का झंडा लगा दिया है। अब इसे हटाना प्रशासन के लिए सिरदर्द बन गई है।
एक तरफ चुनाव निष्पादन को लेकर भारी व्यस्तता उसपर आचार संहिता उल्लंघन से बचाने की अतिरिक्त कवायद. रविवार सुबह मजिस्ट्रेट संजय कुमार के साथ पुलिस अवर निरीक्षक कृष्ण कुमार दुमका रोड से लेकर सुभाष चौक तक फुटपाथ पर बनी दुकानों में लगे झंडों को हटाते हुए दिखाई दिए. मौके पर उपस्थित मजिस्ट्रेट संजय कुमार ने बताया कि फुटपाथ पर बनी दुकान सरकारी जमीन पर बनी हुई है, इसलिए इस पर पार्टी का झंडा नहीं लगाया जा सकता है. कहा कि अनुमंडल पदाधिकारी के निर्देश पर झंडा हटाने का यह कार्य किया जा रहा है. इसके साथ ही नगर पंचायत के द्वारा बनाई गई दुकानों पर भी झंडा लगाना प्रतिबंधित है. मजिस्ट्रेट और पुलिस ने लोगों की मदद से फुटपाथ के दुकानों से झंडा हटवाया। साथ ही इसकी पूरी वीडियो रिकॉर्डिंग भी की गई।