निशिकांत मिस्त्री
जामताड़ा । विधानसभा चुनाव 2024 में भारतीय जनता पार्टी के द्वारा विधानसभा चुनाव में टिकट बंटवारे को लेकर चल रहे नाराजगी को दूर करने के निमित्त जामताड़ा के दो बार भाजपा प्रत्याशी रहे कद्दावर नेता वीरेंद्र मंडल के आवास पर असम के मुख्यमंत्री सह झारखण्ड विधानसभा चुनाव सह प्रभारी हेमन्त विश्वशर्मा पहुंचे। बताते चलें कि वीरेन्द्र मंडल नाला विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में नामांकन किये हैं। भाजपा के स्टार प्रचारक और असम के मुख्यमंत्री हेमंत विश्वशर्मा भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ वीरेंद्र मंडल के समर्थकों ने उनके आवास पर मुख्यमंत्री का स्वागत किया। ज्ञात हो कि गुरुवार को भाजपा के विधायक और मंत्री रहे नाला विधानसभा क्षेत्र के प्रतिष्ठित नेता सत्यानंद झा बाटुल के आवास पर भी मुलाकात करने पहुंचे थे। अबतक सत्यानन्द झा के द्वारा नामांकन वापस लेंगे या नही साफ नही हुआ है। वहीं आज मुख्यमंत्री हेमंत विश्वशर्मा के सघन दौरे की सकारात्मक रूपरेखा चुनाव परिणाम को प्रभावित करती हुई दिखाई दे रही है।
रूठे हुए कार्यकर्ताओं, नेताओं के तेवर में जहां नरमी दिखाई दे रही है, वहीं वरिष्ठ भाजपा कार्यकर्ता इस पहल को काफी सार्थक और सफल मान रहे हैं. भारी सुरक्षा के बीच वीरेंद्र मंडल के आवासीय बागन में दोनों नेताओं के बीच लगभग एक घंटे तक गुफ्तगु हुई है। बातचीत के बाद हेमन्त विश्वशर्मा ने मीडिया से बात करते हुवे कहा कि बिरेंड मंडल भाजपा और हमारे नेता है, वीरेन्द्र मंडल से पूरी बात हुई है। पार्टी से कोई नाराजगी नही है। नाला और जामताड़ा दोनों विधानसभा में वीरेन्द्र मंडल चुनाव का प्रचार करेंगे। आगे उन्होंने जे एम एम और मुख्यमंत्री को आड़े हाथों लेते हुवे कहा कि इनलोगों का सिस्टम पूरा ढोंगी का सिस्टम है, हेमंत सोरेन का चुनावी एफिडेविट में उम्र बढ़ा हुआ है। हेमंत सोरेन का सरकार बंटी बबली का सरकार है। इस सरकार में जनहित के कोई काम नही हो रहा है। इनका काम सिर्फ घुसपेटियाँ को झारखण्ड में घुसाने का काम है। इस सरकार को हटाना झारखण्ड की जनता की जिम्मेदारी है। अगर यह सरकार दोबारा रिपीट हुई तो पूरा झारखण्ड तबाह हो जायेगा। आगे उन्होंने कहा कि गलत पैसा आम लोगों के घरों में नही है सत्ता में शामिल आलमगीर आलम के घर से निकलता है, यह सरकार इरफान अंसारी और आलमगीर आलम जैसे नेताओं की सरकार है। इरफान अंसारी आदिवासियों के खिलाफ बयानबाजी करते हैं और झारखण्ड के मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन चुपचाप रहते हैं।