निशिकांत मिस्त्री
जामताड़ा । सदर प्रखंड के धोबना दुर्गा मंदिर प्रांगण में देर शाम मंगलवार को सनातन धर्म हिंदू महासभा का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्य रूप से वृंदावन से आए हुए कथावाचक विदुषी अंजनी गोस्वामी के द्वारा कथा प्रवचन प्रस्तुत किया गया। सर्वप्रथम आयोजकों के द्वारा कथावाचक का भव्य स्वागत किया गया । विदुषी अंजनी गोस्वामी एवं यजमान के द्वारा ठाकुर जी की आरती की गई। इसके पश्चात कथा प्रवचन की ओर कार्यक्रम को आगे बढ़ाया गया। कार्यक्रम का आनंद व श्रवण के लिए आसपास के हजारों की संख्या में श्रद्धालु उमड़े। कथा प्रवचन के माध्यम से उन्होंने सबसे पहले भगवान के आह्वान किया। कहा एक दिवसीय यह भागवत कथा प्रवचन कार्यक्रम है। इसमें मुख्य रूप से हिंदू जागृत के विषय में चर्चा किया गया। अंजनी गोस्वामी ने कहा कि आज हमारे हिंदुस्तान में ही हिंदू धर्म के ऊपर संकट मंडरा रहा है। भाई, माता,बहन से अनुरोध है कि जब धर्म रहेगा। तभी हम राम से, श्याम से और चाहने वाले देवताओ का गुणगान कर सकते हैं। भगवान श्री कृष्ण दुःख, कष्ट, दरिद्रता सब हर लेते हैं। इसलिए हमलोगों को हरे कृष्णा हरे कृष्णा कृष्णा कृष्णा हरे हरे हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे का जाप करते रहना चाहिए। भगवान राम, कृष्ण, नारायण, भोलेनाथ सभी एक है।
आज हिंदू जन जागृति मंच का आयोजन क्यों करना पड़ रहा है। क्योंकि मैं सबसे पहले हिंदू तो हूं। लेकिन हिंदू को संगठित कैसे रहना है।ये विचार नहीं कर पाए। हमें विचार विवेक से धर्म का रक्षा करना है।सनातन धर्म को जगाने के लिए समय लग रहा है। हे भारत के हिंदू जागो सौ धर्मों का एक धर्म है वो बताने आया हूं। एक विशेष धर्म के लोग आज हिंदू पर हावी है। अखंड हिंदू राष्ट्र भावना को लेकर आज मैं यहां आई हूं। ताकि भारत हिंदू राष्ट्र घोषित हो जाए। अगर इतिहास उठा कर देखो तो अफगानिस्तान से बांग्लादेश, नेपाल,भुटान तक तथाकथित पाकिस्तान था। और आज भारत में ही हिंदू बचें है।बंटो मत।
तीन हज़ार श्रद्धालुओं ने श्रवण किया हिंदू जागृत कथा
आज कल ज्ञानी लोग ही ज्यादा तर्क करते हैं। हिंदू को उसके धर्म को आभास होने पर गांव में मजाक उड़ाया जाता है ।जो बिल्कुल है। सनातन धर्म में भग्तो की बहुत कैटेगरी हो गई है।जो मुर्खता पूर्ण है। सच्चे भक्त के दृष्टिकोण में भगवान में भिन्नता नहीं रखते है। कार्यक्रम में पूरा दूर्गा मंदिर प्रांगण में तीन हजार श्रद्धालुओं से खचाखच भरा हुआ रहा। इसी भगवान के लिलाओ और भग्त के उदाहरण स्वरूप कथा प्रवचन के माध्यम से हिंदूओं को संगठित रहने का ज्ञान दिया गया।
मौके पर कार्यक्रम संयोजक बालेश्वर मंडल, कमेटी के भीम मंडल,साधन मंडल,मैनैजर मंडल ,अरुप मंडल,मोहन पाठक,सुनील मंडल, प्रदीप मंडल, सुजीत मंडल, सुकुमार मंडल, अमित दास, विज मौजूद रहे।