झरिया । ताराचंद नंदलाल देवकरण लाल दलौतावासी परिवार की ओर से रविवार को भव्य कलश यात्रा के साथ ही सप्त दिवसीय भागवत कथा का आयोजन अग्रवाल धर्मशाला नया भवन में शुरू हो गया है, जो 8 सितंबर से लेकर 15 सितंबर तक चलेगा । रविवार की सुबह कलश यात्रा राणी सती मंदिर लक्ष्मीनिया मोड़ से निकलकर लाल बाजार होते हुए अग्रवाल धर्मशाला पहुंची । जिसमे आगे आगे ढ़ोल नागाड़े और पीछे सैकड़ो पुरुष निशान लिए व महिलाएं राजस्थानी परिधान में अपने माथे पर कलश लिए झूमते- गाते कथा स्थल पहुंची । इस दौरान ‘ओ सांवरे मुझे तेरी जरूरत है’ ‘श्याम प्रेमियों का दुनिया में एक ही नारा है, हारे का सहारा बाबा श्याम हमारा है’ आदि भजनों के धुन पर महिला- पुरुष, बच्चे व बुजुर्ग भी अपने आप को रोक नही पाए और गाने की धुन पर थिरक उठे । श्रीमद भागवत कथा में कथा करने वृंदावन से पधारे परम पूज्य स्वामी जय कृष्ण दास जी महाराज पहुंचे। वृंदावन से झरिया पहुंचे स्वामी जय कृष्ण दास महाराज ने ज्ञान यज्ञ के प्रथम दिन श्रीमद् भागवत कथा महात्मा के बारे में भक्तो को बताया। उन्होंने कहा कि श्रीमद भागवत पुराण सभी शास्त्रों का सार है। जब वेदों के संकलन और महाभारत, पुराणों की रचना के बाद भी व्यास जी को शांति नही मिली तो उनके गुरु नारद मुनि ने उन्हें श्रीमद भागवत पुराण लिखने को प्रेरित किया। यह श्री वेदव्यास जी की आखिरी रचना है और इस कारण पूर्व के सारे रचनाओं का निचोड़ है। आज के कार्यक्रम में प्रेम प्रकाश अग्रवाल, राजकुमार अग्रवाल, महेंद्र अग्रवाल, ललित अग्रवाल, श्याम सुंदर अग्रवाल, अमित अग्रवाल, पिंटू अग्रवाल, सोनू अग्रवाल, कौशल अग्रवाल, अमित अग्रवाल, दिनेश अग्रवाल, आरव अग्रवाल, मनीष अग्रवाल, दीपक अग्रवाल आदि लोग मौजूद थे ।