निशिकांत मिस्त्री
जामताड़ा । साइबर अपराध कर धनकुबेर बनने में सबसे मुख्य रूप से मोबाइल सिमकार्ड का होता है। साइबर अपराधी फर्जी सिमकार्ड को हजारों रुपय देकर किसी बिचौलियों के माध्यम से खरीदारी कर लेते हैं और साइबर अपराध को अंजाम देते हैं और धनकुबेर बन चुके हैं। साइबर अपराध रोकथाम के लिए जामताड़ा पुलिस लगातार छापेमारी अभियान चला रही है और वैसे सिमकार्ड विक्रेताओं की तलाश भी कर रहे हैं जो लोग इन साइबर अपराधियों को सिमकार्ड उपलब्ध कराते हैं। इसी कड़ी में आज पुलिस अधीक्षक डॉक्टर एहतेशाम वकारीब को गुप्त सूचना मिली कि पश्चिम बंगाल से एक युवक दर्जनों सिमकार्ड लेकर जामताड़ा पहुंची है जो साइबर अपराधियों को बिक्री कर्रेंगे। जिसके बाद पुलिस अधीक्षक ने एक टीम गठित की और नवाडीह मैदान (दुलाडीह पंचायत) के पास छापामारी कर साईबर अपराध में इस्तेमाल करने हेतु बेचने के उद्देशय से आये 19 वर्षीय पुलक दास को गिरफ्तार किया।
आज पुलिस अधीक्षक डॉक्टर एहतेशाम वकारीब ने पुलिस मुख्यालय में प्रेस कांफ्रेंस कर मामला का खुलासा करते हुवे बताया कि सदर थाना के नवाडीह मैदान दुलाडीह पंचायत के पास छापामारी कर पुलक दास को गिरफ्तार किया गया। जो पश्चिम बंगाल के दक्षिण दिनाजपुर का रहने वाला है इनके पास से मोबाईल, 48 फर्जी सिम, 13 फर्जी ए०टी०एम० कार्ड, एक मोटरसाईकिल के साथ पकड़ा गया। इस संबंध में इनके विरूद्ध जामताड़ा साईबर अपराध थाना में कांड संख्या 52/24 दिनांक 04.09.2024 धारा 111 (2)(ii) /317(2)/318(4)/319(2)/336(3)/338/340(2)/3(5) Β.Ν.S 2023 & 66(B) (C) (D) IT.ACT. के अंतर्गत कांड दर्ज किया गया है। गिरफ्तार अभियुक्तों को जेल भेजा जा रहा है।