रामावतार स्वर्णकार
इचाक । भारतीय जनता पार्टी से नाराज होकर हाल ही में अपने समर्थकों के साथ भाजपा छोड़ झामूमो में शामिल हुए बरकट्ठा विधान सभा के पूर्व विधायक जानकी प्रसाद यादव पिछ्ले दिनों झामुमों के एक कार्यक्रम में भाग लेने इचाक पहुंचें। वहां उन्होने पत्रकारों से कहा कि पुरे देश और झारखंड में परिस्थितियां बदल रही है। आज लोकतंत्र पर खतरा मंडरा रहा है। ईडी, सीबीआई और इनकम टेक्स समेत सभी संवैधानिक संस्थाएं केन्द्र सरकार के इशारे पर काम कर रही है। एक तरफ इलेक्शन चल रहा है तो दुसरे तरफ छापामारी चल रही है और अरविंद केजरीवाल और हेमंत सोरेन जैसे लोगों को जेल में डाला जा रहा है।
उन्होने कहा कि झारखंड में स्थानीय नीति, नियोजन नीति, 1932 के खतियान के आधार पर ओबीसी को 27 प्रतिशत आरक्षण मिले और राज्य में सरना कोड लागू हो, इसके लिए इंडिया गठबंधन ने दो दो बार बिल विधान सभा से पास कराया, लेकिन महामहिम के कार्यालय से लौटा दिया गया। जबकि आप दुसरे राज्यों में देख सकते हैं कि जो बिल विधान सभा में पास हो जाता है उसे महामहिम भी पास कर देते हैं। इसके बाद भी झारखंड के 12 में से एक भी सांसद द्वारा इस पर सवाल नही करना चिन्ता का विषय है। उन्होने भाजपा छोड़े जाने के सवाल के जवाब में आगे कहा कि भाजपा ने जिसको टिकट नहीं दिया वह भी भाजपा के गोद में बैठे हैं।
पिछ्ले लोकसभा चुनाव में मैं बरकट्ठा विधानसभा का संयोजक था। उस समय पार्टी को सबसे अधिक जीत का वोट मार्जिन बरकट्ठा विस ने ही दिया था। आज जब मैं भाजपा में हूं तो एक निर्दलीय को विस का संयोजक बना दिया जाता है। यह दोहरा नीति भाजपा का सिद्धांत बन गया है। अब भाजपा वह पार्टी नहीं रहा जो कभी अटल आडवाणी के समय हुआ करता था। आज भाजपा की नीति और सिद्धांत बदल चुका है। पार्टी का नीति और सिद्धांत मेरे समझ में नहीं आया इसीलिए अब हमलोगों ने इण्डिया गठबन्धन के साथ मिलकर झारखंड के हित में काम करने का मन बनाया है ।