निशिकांत मिस्त्री
जामताड़ा । आंध्र प्रदेश में फंसे जामताड़ा के 15 मजदूरों को जामताड़ा पुलिस ने सकुशल मुक्त कराया है। सभी मजदूर नाला थाना क्षेत्र के रहनेवाले हैं। इन मजदूरों को काम का झांसा देकर मेट द्वारा ले जाया गया था लेकिन वहां ले जाकर इन्हें मजदूरी देने के बजाय उल्टे उनके साथ मारपीट की जाती थी तथा अमानवीय व्यवहार किया जाता था.उनके मोबाइल फोन को भी छीन लिया गया था. आंध्र प्रदेश के कृष्णा जिले में फंसे मजदूरों ने इसकी सूचना किसी तरह से अपने परिवारवालों को दी तो परिवारवालों ने जामताड़ा पुलिस से गुहार लगाई जिसके बाद पुलिस कार्रवाई करते हुए वहां पहुंची और बंधक बनाए गए 15 युवकों को जामताड़ा वापस ले आई है। एसपी ने बताया कि कांड के वादी – माधव मल्लिक, उम्र करीब 52 वर्ष पिता पूरन मल्लिक, सा०-नाला, निचेपाड़ा, थाना-नाला, जिला- जामताड़ा के द्वारा दिये लिखित आवेदन के आधार पर कांड के प्राथमिकी अभियुक्त के द्वारा वादी के दो बेटे एवं अन्य 13 लोगो को धोखे से काम दिलाने के नाम पर बाहर ले जाने तथा रोककर बलपूर्वक काम कराने एवं धमकी देने के आरोप में नाला थाना कांड संख्या- 34/2024 दर्ज किया गया था।
वरीय पदाधिकारी के आदेशानुसार कांड के अनुसंधान में त्वरित कार्रवाई करते हुए मैं पु०अ०नि० सुदीप कुमार पांडेय एवं अनुसंधानकर्ता पु०अ०नि० अमर कुमार तापेए तथा आ0-88 रवि शंकर दास द्वारा इस कांड में बंधक बनाये गये सभी 15 व्यक्तियों को सही सलामत आन्ध्र प्रदेश के कृष्णा जिला से बरामद किया गया। कांड का अनुसंधान अन्य बिन्दुओं पर जारी है। मजदूरों को ले जाने वाले मेट के अलावे आंध्र प्रदेश में इनको बंधक बनाने एवं मारपीट करने वालों के खिलाफ कांड दर्ज किया गया है तथा कानूनी कार्रवाई की जा रही है। वहीं वापस लौटे मजदूरों ने बताया कि उन्हें मजदूरी के नाम पर ले जाया गया था लेकिन वहां ले जाकर उन्हें भोजन तक नहीं दिया जा रहा था और उनके साथ मारपीट की जा रही थी. मजदूरों ने बताया भागने पर पाबंदी लगा दी गई थी और उन्हें लगातार धमकियां भी दी जा रही थी लेकिन किसी तरह से लोगों ने परिवारवालों को इसकी सूचना दी तो पुलिस ने हमें मुक्त कराया है युवकों ने सकुशल वापसी को लेकर जामताड़ा पुलिस को धन्यवाद दिया है।