रामावतार स्वर्णकार
इचाक: सावन के अंतिम सोमवारी पर प्रखंड के मोकतमा गांव स्थित बाबा मुक्तेश्वर मन्दिर में गांव में सुख समृद्धि बनाए रखने हेतू पारंपरिक अखंड हरि कीर्तन का आयोजन किया गया। जहां पंडित गिरधारी पाण्डेय और श्यामाकांत पाण्डेय के नेतृत्व में पुजारी बलदेव महतो, बद्री मेहता और जनार्दन मेहता ने वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच विधिवत पूजन कार्य को सम्पन्न कराया। तत्पश्चात् सुबह 8:50 बजे से 24 घण्टे का अखंड हरि कीर्तन प्रारंभ हो गया। आयोजन कर्ता ग्रामीण सरजू मेहता, प्रकाश मेहता, महेश मेहता, रंजित कुमार, शिव कुमार मेहता ने बताया कि मंगलवार को हवन, पूर्णाहुति और महाप्रसाद वितरण के साथ ही अखंड हरि कीर्तन पूर्ण होगा। इसके साथ ही मन्दिर परिसर से गाजे बाजे के साथ कलश यात्रा निकाली गई। जिसमें 251 श्रद्धालु महिलाओं ने भाग लिया। महिलाएं माथे पर कलश लिए और हाथ में पवित्र भगवा ध्वज लिए झूमते हुए जय माता दी और बोल बम का जयकारा लगाते हुए तथा छबेलवा वन होते हुए फुरुका स्थित कटिया गोसाईं नदी पहुंची। जहां पंडित जय कुमार, परमानंद पाण्डेय ने मां गंगा की विधिवत पूजा अर्चना कराया। तत्पशचात श्रद्धालुओं ने कलश में जल भरकर पुनः मन्दिर परिसर पहुंचकर भगवान शिव का जलाभिषेक किया। फुरुका स्थित शिव मंदिर से भी श्रद्धालुओं ने भी सावन के अंतिम सोमवारी पर कलश यात्रा निकाली। प्रखंड के बुढ़िया माता मंदिर स्थित शिवालय, बनास टांड़ शिव मंदिर, भैरो मठ, भगवती मठ, थानेश्वर मन्दिर के अलावा कुरहा, जलौंध, दरिया, देवकुली, डुमरौन, नावाडीह, खुटरा स्थित शिव मंदिरों में भक्तों को भारी भीड़ देखी गई। इधर फुरुका और मोकतमा गांव में कार्यक्रम को सफल बनाने में मुखिया मीना देवी, रामशरण शर्मा, पंसस प्रतिनिधि छोटन मेहता, बासुदेव गोप, धनेश्वर सोनी, रामलखन मेहता, शंकर मेहता, अरुण प्रसाद, संजय मेहता, सुबोध मेहता, रामावतार स्वर्णकार, कुलेश्वर मेहता, महेंद्र मेहता, सावित्री देवी, करुणा मेहता, रंजू देवी, ललिता कुमारी, ममता देवी, साधना देवी, भोला महतो समेत समस्त ग्रामीणों की भूमिका अहम रही।

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