निशिकांत मिस्त्री
जामताड़ा । अखिल झारखंड छात्र संघ (आजसू) जामताड़ा जिला स्तरीय प्रतिनिधियों की बैठक आज संपन्न हुई। बैठक में जामताड़ा जिला अंर्तगत आने वाले सभी प्रखंड इकाई, महाविद्यालय इकाई एवम जिला इकाई के पुनर्गठन करने को लेकर विस्तृत चर्चा हुई। बैठक में बतौर मुख्य अतिथि आजसू पार्टी के संथाल परगना प्रमंडल प्रभारी सह जामताड़ा विधानसभा प्रभारी श्री तरुण गुप्ता जी शामिल हुए। बैठक की अध्यक्षता आजसू के प्रदेश अध्यक्ष गौतम सिंह व संचालन आजसू के देवघर जिला प्रभारी नीतीश सिंह ने किया। बैठक के दौरान जिला अंर्तगत तमाम सांगठनिक कार्यों को पूर्ण करने हेतु 15 सदस्यीय संयोजक मंडली का गठन किया गया एवम एक माह के अंदर सभी सांगठनिक निर्माण के कार्य को पूर्ण करने का निर्देश पदाधिकारियों को दिया गया।
बैठक को संबोधित करने हुए आजसू पार्टी के संथाल परगना प्रमंडल प्रभारी श्री तरुण गुप्ता जी ने कहा कि “राज्य में युवाओं की स्थिति चिंताजनक हो गई है, बेरोजगारी की समस्या ने उन्हें गहराई से त्रस्त किया है। युवा पीढ़ी जो कि समृद्धि और समाज में योगदान करने के लिए तत्पर होती है, अब नौकरी की तलाश में पलायन कर रही है। शिक्षा का स्तर दिन ब दिन गिर रहा है, युवाओं को रोजगार के अवसरों में कमी का सामना करना पड़ रहा है। अनेक स्थानों पर, सरकारी और गैर-सरकारी सेक्टर में भर्ती की प्रक्रिया में देरी, नियुक्ति अधिसूचनाओं के बार बार रद्द होने के कारण युवाओं को रोजगार के अवसर नही मिल रहे हैं। यह समस्या न केवल युवाओं की आर्थिक स्थिति को प्रभावित कर रही है, बल्कि इसका समाज के विकास और प्रगति पर भी असर हो रहा है।
आजसू के प्रदेश अध्यक्ष गौतम सिंह ने कहा कि “आजसू” ने युवाओं को संगठित कर नेतृत्व प्रदान करने की जिम्मेदारी उठाई है। युवाओं को सक्षम और सक्रिय नागरिक बनने के लिए प्रेरित करने का प्रयास हमारा संगठन के माध्यम से है। छात्र –छात्राओं और युवाओं के नेतृत्वक्षमता से ही समाज में सकारात्मक बदलाव लाया जा सकता है। जामताड़ा में आयोजित बैठक में संगठन से जुड़े युवाओं के सहयोग और सहभागिता से राज्य में युवा विरोधी सरकार के नीतियों को जन जन तक पहुंचाने का प्रयास हमारा है।
आजसू के नीतीश सिंह ने कहा कि राज्य में बेरोजगारी ज्वलंत समस्या है। बेरोजगार युवा मानसिक तनाव, निराशा, और सामाजिक समस्याओं का सामना कर रहे हैं, जिससे उनका व्यक्तिगत और पेशेवर विकास रुका हुआ है।
इस समस्या का समाधान उद्यमिता को प्रोत्साहित करने, नौकरी के अवसरों को बढ़ावा देने, और योग्यताओं की प्रमाणिकता को सुनिश्चित करने में है। सरकार को स्थानीय उद्यमिता को समर्थन प्रदान करने, उद्यमिता की प्रशिक्षण प्रोग्रामों को बढ़ावा देने, और नौकरी के नए स्रोतों को खोजने के लिए नीतियों को बनाने की आवश्यकता है जिसमे वर्तमान महागठबंधन की सरकार नाकाम रही है। इन्हे मिली जिला संयोजक की जिम्मेदारी: अभय दास, लखन दास, मनमोहन मंडल, अशोक गोराई, धनंजय भंडारी, राहुल दास, सूरज कुमार, अशोक, रमेश मिश्र, सूरज महतो, कृष्णा मरांडी, राजू धोबर, गोपी किशन मिर्धा, सूरज हंसदा, सोबेश्वर मरांडी।
