रामावतार स्वर्णकार
इचाक । विश्व बाल श्रम उन्मूलन दिवस के अवसर पर सोमवार को महिला मुक्ति संस्था के बैनर तले प्राथमिक विद्यालय फुरुका में एक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि मुखिया मीना देवी ने कहा बच्चो का बचपन छीनकर उनसे मजदूरी व बंधुआ मजदूरी करवाना कानूनन अपराध है, बच्चों को शिक्षा देना और उनका समुचित मानसिक विकास करना हम सभी समाज के लोगों का और सरकार की जिम्मेवारी है। अभिभावक बच्चों से मजदूरी नहीं कराकर उन्हें शिक्षा के क्षेत्र में प्रेरित करें और शिक्षित बनायें। कार्यक्रम की जन साथी फेसिलिटेटर जरीना खातून ने बाल श्रम के विभिन्न कानूनों की जानकारी दिया।
साथ ही सभी को शपथ दिलाया की हम लड़का और लड़की में भेदभाव को दरकिनार करते हुए बच्चो की शिक्षा को बढ़ावा देंगे। हम अपने घर और समाज में बच्चो के लिए एक सुरिक्षत वातावरण बनायेगें। हम बच्चो को उन गतिविधियो में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित करेगे जो उनकी भलाई और विकास को बढ़ावा देती है। तथा उन्हे एक उज्ज्वल भविष्य बनाने में मदद करेगीं। हम अपने समाज में बाल श्रम के खिलाफ बोलेगे और बच्चो के जीवन पर इसके हानिकारक प्रभावो के बारे में जागरूकता बढ़ायेगे। फील्ड ऑफिसर सत्येन्द्र यादव ने उपस्थित बच्चो एवं अभिभावक से कहा कि खाना आधा खाएं लेकिन बच्चों को जरुर पढ़ायें । इस अवसर बच्चो के द्वारा कई नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत कर लोगों को जागरूक किया गया। कार्यक्रम को सफल बनाने में एमआरसी प्रेमा कुजूर, रोहित कुमार, गिरजा देवी, सुषमा देवी, पार्वती देवी, एवं महेश वैद्य शामिल रहे ।
