झरिया । निरंजन की मौत से आक्रोशित लोगों ने शुक्रवार की दोपहर निरंजन के शव को कतरास मोड़ पर रखकर कतरास मोड़ को जाम कर दिया । झरिया में गुरुवार को सिंह मेंशन व रघुकुल समर्थकों के बीच खूनी संघर्ष हुआ था । इस दौरान तलवारबाजी, पत्थरबाजी के साथ गोली- बम भी चले थे । इस दौरान निरंजन घायल हो गया था जिसे बेहतर इलाज के लिए धनबाद से दुर्गापुर रेफर किया गया था मगर रास्ते में ही निरंजन की मौत हो गई, जिस कारण बस्ती के लोग काफी उग्र हो गए हैं । कुछ दिनों पूर्व गुलगुलिया बस्ती के दर्जनों महिला व युवको ने कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए थे । जिसके बाद या खूनी संघर्ष हुआ था । निरंजन की मौत के बाद शुक्रवार को पोस्टमार्टम के बाद शव के झरिया पहुंचते ही स्थानीय लोग शव को कतरास मोड़ पर बीच सड़क में रखकर सड़क जाम कर दिया। मौके पर वर्तमान हेमंत सरकार और पुलिस की कार्यप्रणाली के खिलाफ लोग जमकर नारेबाजी कर रहे हैं।
वहीं पुलिस मौके पर पहुंचकर स्थिति को सामान्य करने के प्रयास में जुटी हुई है। शव रखकर सड़क जाम होने से धनबाद-सिंदरी, झरिया-केंदुआ-बोकारो-कतरास मार्ग पर यातायात पूरी तरह ठप्प है। जबकि आक्रोशित स्थानीय लोग सड़क पर टायर जलाकर नारेबाजी कर रहे हैं।
मालूम हो कि झरिया थाना क्षेत्र स्थित सिंह नगर के समीप भुइयां टोली में गुरुवार की सुबह गोली-बम की धमाकों से पूरा इलाका गूंज उठा था। लोगों में भय और दहशत का माहौल तथा इलाके में अफरा-तफरी मची हुई देखी गई थी। वही इलाके में खुलेआम गोली-बम चलने से कई लोगों को गंभीर चोटें आई थी। जिसमें घायलों को धनबाद के शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल भेजा गया। एसएनएमएमसीएच पहुंचे घायल निरंजन कुमार को बिहार इलाज के लिए दुर्गापुर ले जाय जा रहा था तो रस्ते में उसकी मौत हो गयी थी। बताया जा रहा है। वह कैटरिंग का काम करता है। स्थानीय लोगों का कहना था कि एक ही परिवार के दो राजनीतिक दल वाले परिजन के समर्थकों के बीच में गोलीबारी और बमबारी की घटना हुई है।