निशिकान्त मिस्त्री
जामताड़ा । जिले के नारायणपुर और करमाटांड़ थाना क्षेत्र के साइबर अपराधियों ने देश के विभिन्न राज्यों में सैंकड़ों लोगों को ठगी कर बेसुमार संपत्ति अर्जित किया है। अब ऐसे ही लोगों से ठगी करने का नया तरीका जामताड़ा थाना क्षेत्र के शिक्षक कलोनी और दक्षिणबहाल के दो युवकों ने निकाली है। फर्जी तरीके से दिल्ली पुलिस के साइबर क्राइम थाना के पुलिस बनकर इन युवकों ने कई लोगों को नोटिस भेजा है और फोन कॉल करके दिल्ली में उनके खिलाफ दर्ज मामले की बात कहकर रुपय उगाही का काम करते हैं। जामताड़ा एस पी मनोज स्वर्गियारी को मिली गुप्त सूचना जिसके बाद उन्होंने जाँच करवाया जिसमें पता चला कि यह फर्जी नोटिस है।

गहन जाँच पड़ताल के बाद 31 वर्षीय कुंदन झा और विधान चंद्र सर्खेल को गिरफ्तार किया गया। मामले का खुलासा साइबर थाना जामताड़ा के डी एस पी मनजुरूल हौदा ने प्रेस कांफ्रेंस कर किया। उन्होंने बताया की सदर थाना क्षेत्र में छापेमारी कर कुंदन झा और विधान चंद्र सर्खेल को गिरफ्तार किया। ये दोनों युवक फर्जी तरीके से दिल्ली पुलिस के साइबर क्राइम थाना के पुलिस बनकर कई लोगों को नोटिस भेजा करता था और ठगी करता था। जो नोटिस ये लोगों को भेजते थे उसमें लिखते थे कि राँची साइबर सेल और जामताड़ा साइबर पुलिस के संज्ञान में है। ये लोग वैसे लोगो को अभी तक नोटिस भेजा है जो साइबर क्राइम छोड़ चुके हैं।

इन दोनों युवकों के पास से नोटिस , लैपटॉप, नगद रुपये, तीन मोटरसाइकिल, ए टी एम कार्ड, सिमकार्ड, मोबाइल फोन बरामद हुआ है। पुलिस को सूचना मिली है की करमाटांड़ थाना क्षेत्र के व्यक्ति है जो इनलोगों को नम्बर और नाम पता उपलब्ध करवाता है। जिसकी जांच की जा रही है। वहीं शहजाद अंसारी एक अन्य मामले में गिरफ्तार किया गया है। यह युवक राजस्थान से अलग अलग बैंकों के ए टी एम लाते थे जो साइबर अपराधियों को उपलब्ध करवाते थे जिसमें साइबर अपराधी ठगी के रुपये इसमें ट्रांसफर करते थे इस युवक 25 प्रतिशत कमीशन मिलता था बाँकी के रकम को साइबर अपराधियों को दे देते थे। तीनों के खिलाफ मामला दर्ज कर जेल भेजा जा रहा है ।

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