निशिकान्त मिस्त्री
जामताड़ा । शरदीय नवरात्र के उपलक्ष्य में सोमवार को महाष्टमी पूजा अर्चना की गई। वहीँ सैंकड़ों वर्षों से प्रखंड मुख्यालय के बाजार स्थित दुर्गा मंदिर में भक्तों की अपार श्रद्धा है। मन्नते पूरी होने पर भक्त महाअष्टमी के दिन बाजार स्थित महतो तालाब से दंडवत करते हुए मां दुर्गा मंदिर प्रांगन में मत्था टेकते हैं। यह अद्भुत नजारा नारायणपुर मुख्यालय में महाअष्टमी के दिन देखने को मिलता है यह परंपरा सैंकड़ों वर्षों से चलते आ रही है। यहाँ मान्यता है की संतान कामना, आरोग्य, धन संपदा की कामना पूर्ण होने पर माता रानी के पास दंडवत पहुंचते हैं।
इस दौरान बच्चे, बूढ़े, युवा महिलाएं सभी वर्ग के लोग शामिल होते हैं वहीं सुरक्षा के मद्देनजर पुलिस प्रशासन की मुस्तैदी इस दौरान रहती है। इसके अलावे प्रखंड मुख्यालय के अलावे मंडरो, घाँटी, आमजोरा सहित अन्य मंदिरों में सक्ति स्वरूपा माँ दुर्गा की पूजा उपासना भक्ति भाव से की गई। वहीँ महाष्टमी पूजा को लेकर प्रखंड के सभी मंदिरों व पूजा पंडालों में भक्तों का सुबह से ही तांता लगा हुआ है। वहीँ महाष्टमी पूजा के महत्व को बताते हुवे मंडरो राजबाड़ी के मुख्य परोहित महंत श्री संतलाल पंडा ने बताया कि वैसे तो शरदीय नवरात्र के नवदिवस का महत्व है लेकिन महाष्टमी पूजा का विशेष महत्व है।
जो भी भक्त पूरी निष्ठा व श्रद्धा भाव से महाष्टमी को माँ दुर्गा की पूजा अर्चना करते है माँ जगदम्बा उनके हर कष्ठ हर लेती है। अतः पूरी निष्ठा व पूरी आस्था के साथ माँ भगवती की पूजा अर्चना करने वालों को अत्यंत लाभ मिलता है।वहीँ अष्टमी पूजन को लेकर प्रखंड क्षेत्र के सभी भागों में उत्सवी माहौल था।