अगल-बगल के गांव को कराया गया खाली, चूल्हा, सिगरेट – बीड़ी, पीने पर लगाया गया प्रतिबंध
हजारिबाग/चौपारण । प्रखण्ड के दनुवा घाटी के हथिया बाबा मंदिर के समीप जीटी रोड में चल रहा एक गैस से भरा एक टैंकर अनियंत्रित होकर खाई में पलट गया। टैंकर के पलटने के कारण गैस का रिसाव होने लगा। जिसकी सूचना तुरन्त प्रशासन को दी गई।
सूचना मिलते थाना प्रभारी ईश्वर नन्द ईश्वर ने तत्परता दिखाते हुए घटना स्थल के आसपास दस किलोमीटर के एरिया तक सील कर दिया। जीटी रोड के दोनों तरफ 5 किलोमीटर पहले ही सभी गाड़ियों को रोक दिया गया।
समीप में स्तिथ गांव महाने टांड को खाली करवाकर लोगों को सुरक्षित किया गया साथ ही आसपास के सभी होटलों को बन्द करवा दिया है। इस दौरान बिजली की सप्लाई को तत्काल काट दिया गया। और आसपास के क्षेत्र में चूल्हा-चौकी जलाकर खाना बनाने को मना किया गया। बीड़ी-सिगरेट पीने को प्रतिबंध लगाया गया एवं बैरिकेडिंग लगाकर आवागमन को अवरुद्ध कर क्षेत्र को सुरक्षित किया गया।
गैस टैंकर में 18 टन गैस भरे होने की सूचना है। घटना स्तल पर इंजीनियरिंग व रेस्क्यू की टीम पहुंच कर गैस के रिसाव को बन्द करने के प्रयास में जुटी हुई थी।
गैस टैंकर पलटने से गैस रिसाव जारी, गांव खाली के साथ दस किलोमीटर एरिया सील, पहुंची रेस्क्यू टीम
चौथी बार गैस टैंकर पलटा, 30 सितम्बर को तीन लोग जिंदा जले
मालूम हो कि 2004-05 में जीटी रोड को 2 लेन का जीर्णोद्धार कर 4 लेन में बना दिया गया। जिसमें एनएचआई के ठेकेदार द्वारा भारी लापरवाही से कई जगहों पर जम्पिंग और तेज ढलान का सड़क बन गया। जिसका कीमत चालक व यात्री जान देकर चुका रहे है और एनएचआई सूद सहित रोड टैक्स, टोल टैक्स वसूलने में लगा हुआ है और सरकार, सरकारी अधिकारी, जनप्रतिनिधि, विधायक व सांसद मूक दर्शी बन मौत का खेल देखने मे लगे हुए हैं।
बतादें कि गैस से भरी टैंकर विगत चार साल में चार पलट चुकी है। जिसमे तीन लोग जिंदा जलने से मौत हो चुकी है। जिसमे 20 जून 22 को दनुआ घाटी के महानेटांड में वाहन संख्या एन एल 01 डी 7956 गैस भरी टैंकर पलट गया। जिसमें चालक बाल-बाल बच गया और गैस लीकेज नही हुआ है।
वही 30 दिसंबर 21 में भारत गैस टैंकर दनुआ घाटी में गिरने के बाद भीषण आग लगने से तीन लोग जिन्दा जल गया था। साथ ही भीषण आग की लपटों ने 4-5 किमी दूरी के आसपास का गौतमबुद्ध वन्य प्राणी आश्रयणी का जंगल तथा कई जंगली पशु-पक्षी जल गए थे। गैस टैंकर का आग तीन दिनों के बाद बुझा था।
वही 16 मार्च 2019 गैस से भरी टैंकर संख्या एन एल 01 एल 0637 पलट कर घाटी में सड़क से 20 फीट नीचे चला गया था। टैंकर पलटने से गैस का लीकेज होना शुरू हो गया। जिसे पुलिस की तत्परता से घटना टल गई थी।