झारखण्ड । झारखंड हाईकोर्ट ने देवघर एयरपोर्ट विवाद में भाजपा नेता मनोज तिवारी, निशिकांत दुबे, कपिल मिश्रा सहित पांच लोगों को बड़ी राहत दी है। इन लोगों पर ‘उत्पीड़क कार्रवाई’ करने पर कोर्ट ने रोक लगा दी है। वहीं, इस मामले में देवघर के उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री और एयरपोर्ट के सिक्योरिटी इंचार्ज को नोटिस जारी किया है। झारखंड हाईकोर्ट के जस्टिस संजय कुमार द्विवेदी की अदालत ने याचिका पर सुनवाई करते हुए अपना फैसला सुनाया है। 30 नवंबर को इस मामले की अगली सुनवाई होगी। सुनवाई के दौरान भाजपा नेताओं की ओर से अधिवक्ता प्रशांत पल्लव ने अपनी बात रखी।
प्रशांत पल्लव ने कोर्ट को बताया कि इस मामले में पुलिस को प्राथमिकी दर्ज कराने का अधिकार नहीं है। क्योंकि एयरक्राफ्ट एक्ट की धारा-11बी के तहत डीजीसीए सहित अन्य वरीय अधिकारियों से पहले अनुमति लेनी पड़ती है। उसके बिना कोई कोर्ट मामले में संज्ञान नहीं ले सकता है। इस मामले में एयरक्राफ्ट एक्ट प्रभावी होगा। ऐसे में मामले में आईपीसी के तहत मामला दर्ज नहीं किया जा सकता है। एयरक्राफ्ट के नियम के तहत, सूर्यास्त के आधे घंटे तक विमान को टेक ऑफ किया जा सकता है। लेकिन इस मामले में देवघर के उपायुक्त के कहने पर निशिकांत दुबे व उनके दोनों बेटे, सांसद मनोज तिवारी पर प्राथमिकी दर्ज की गई है, जिसे रद्द कर देना चाहिए।
अदालत ने देवघर के उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री, देवघर एयरपोर्ट के सिक्योरिटी इंचार्ज डीएसपी सुमन आनंद और मामले के अनुसंधानकर्ता को नोटिस जारी किया है। वहीं, राज्य सरकार को 4 सप्ताह के अंदर जवाब दायर करने के लिए समय दिया गया है। बता दें कि झारखंड के देवघर एयरपोर्ट की सुरक्षा में चूक के मामले में बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे, मनोज तिवारी समेत 9 लोगों के खिलाफ देवघर के कुंडा पुलिस थाने में एफआईआर दर्ज हुई है। इन पर देवघर एयरपोर्ट के एटीसी में जबरन प्रवेश करने और अपने प्रभाव का इस्तेमाल कर जबरन एटीसी क्लीयरेंस लेने का आरोप लगा है।
वहीं, देवघर एयरपोर्ट के निदेशक संदीप ढींगरा के खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया है। डीएसपी द्वारा की गई शिकायत के मुताबिक, 31 अगस्त की दोपहर एक बजे निशिकांत दुबे समेत 9 लोग चार्टर्ड प्लेन से देवघर आए थे। शाम में वापसी के दौरान दुबे समेत अन्य लोग जबरन एटीसी रूम में प्रवेश कर गए। बता दें कि देवघर एयरपोर्ट में नाइट टेक ऑफ या लैंडिंग की सुविधा नहीं है। शिकायत के मुताबिक, इन लोगों ने जबरन एटीसी रूम में प्रवेश किया। इसके बाद क्लीयरेंस लेकर सांसद और उनके साथ के लोग चार्टर्ड प्लेन से वापस लौट गए।