धनबाद । ….न्याय में देर हो सकती है, परंतु अंधेर नहीं होगी…,क्योंकि सत्य की हमेशा जीत होती है, इंसाफ देर से ही सही… मगर मिलता जरूर है…, 15 वर्षों की लंबी लड़ाई के बाद उन्हें न्याय मिला है…, यह कहना है रांची निवासी मुर्शिद आलम जहांगीर की पत्नी फ़रीज़ा आलम का। उन्होंने बताया कि वर्ष 2007 से बैंक मोड़ थाना क्षेत्र अंतर्गत पुराना बाजार दरी मोहल्ला सरकारी कुआं के समीप उनके ससुर की 10 कठठे पर बनी संपत्ति को सरफराज व अन्य लोगों ने कब्जा जमा रखा था। जिस पर एक लंबी लड़ाई लड़ने के बाद न्यायालय ने उनके हक में फैसला सुनाया।
जिसके बाद न्यायालय के द्वारा अधिकृत मजिस्ट्रेट-वकील तथा पुलिस बल के साथ गुरुवार को एक टीम पुराना बाजार दरी मोहल्ला पहुंची। जहां पर जनता मार्केट को खाली कराने की प्रक्रिया शुरू की गई। इस दौरान वहां के दुकानदारों के साथ न्यायालय द्वारा गठित टीम की तीखी नोकझोंक भी हुई।
यह है मामला :
धनबाद जिले के बैंक मोड़ थाना क्षेत्र अंतर्गत पुराना बाजार दरी मोहल्ला सरकारी कुआं के समीप 10 कट्ठे में बना 55 दुकानों का जनता मार्केट का वर्ष 2007 में लीज खत्म हो गया था। जिसके बाद लीज धारक सरफराज अहमद व अन्य ने मार्केट को वास्तविक मालिक के हाथों सौंपने में टालमटोल करने लगे। जिसके बाद मामला न्यायालय में गया। जहां से 15 वर्ष की लंबी लड़ाई के बाद अंततः सत्य की जीत हुई और न्यायालय जनता मार्केट नामक शॉपिंग कंपलेक्स को उसके वास्तविक मालिक को सौंपने के लिए टीम गठित की। जिसके क्रियान्वयन के लिए टीम मौके पर पहुंची। जहां मार्केट कांप्लेक्स के दुकानदारों के साथ टीम की नोकझोंक हुई। वही पुलिस बल की मदद से मार्केट को खाली कराकर कोर्ट द्वारा दिए गए फैसले के मुताबिक उसके वास्तविक मालिक को सौंपा जाएगा।
वही जनता मार्केट के दुकानदारों का कहना है कि वह लोग कोर्ट के फैसले का सम्मान करते हैं। परंतु अचानक से भगत नोटिस या सूचना दिए 1 घंटे के भीतर दुकान खाली करने के आदेश को नहीं मानेंगे। क्योंकि उन्हें दुकान खाली करने के लिए वक्त चाहिए। जनता मार्केट के दुकानदारों ने बताया कि वह लोग पिछले 45 वर्षों से इस मार्केट में दुकान चला रहे हैं। ऐसे में अचानक 1 घंटे में दुकान खाली करना संभव नहीं है। इसके लिए उन्हें वक्त दिया जाए ताकि वह दुकानों से सामान को हटा सकें।