कमल बाबू ने शिक्षा की अलख जलाई, आज वो मशाल बना- उमेश मेहता
रामावतार स्वर्णकार
इचाक । महान समाजसेवी, शिक्षाप्रेमी और आरएम प्रोजेक्ट उच्च विद्यालय चंदा के संस्थापक और विद्यालय के भूतपूर्व प्राचार्य स्व. कमलराम मेहता की प्रथम पुण्यतिथि चंदा स्थित आरएम प्रोजेक्ट उच्च विद्यालय में मनाई गई। इससे पूर्व विद्यालय प्रबंधन की ओर से एक प्रभात फेरी निकाली गई जिसमे विद्यालय के बच्चों समेत कई गणमान्य लोग शामिल हुए। प्रभात फेरी विद्यालय से निकलकर चंदा, उरुका, करियातपुर होते हुए पुनः विद्यालय परिसर पहुंचकर सभा में तब्दील हो गई। कार्यक्रम की शुरुआत गणमान्य लोगों द्वारा स्व. कमलराम मेहता के चित्र पर माल्यार्पण व पुष्प अर्पित कर किया गया।
मुख्य अतिथि जिला परिषद् अध्यक्ष उमेश मेहता ने स्व. कमल राम मेहता के जीवनी पर प्रकाश डालते हुए कहा कि घर घर जाकर बच्चों को पढ़ने के लिए प्रेरित करना, चंदा में विद्यालय खोलना, मानो लोगों को पढ़ाने का उनमें एक जुनून सवार था। मैं पहला बच्चा हूं जिसे विद्यालय आने के लिए उन्होंने मेरे घर जाकर प्रेरित किया। उन्होंने क्षेत्र में जो शिक्षा की नीव रखी उसी का परिणाम है कि आज इचाक एजुकेशन हब बनता जा रहा है। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे स्व. कमल बाबू के छोटे भाई और समाजसेवी बटेश्वर मेहता ने कहा कि गरीब और दलितों के मसीहा स्व कमल बाबू ने क्षेत्र में शिक्षा का एक लौ जलाया जो आज मशाल बनकर उभरा है।उनके संघर्षों को कभी भुलाया नहीं जा सकता।
हम उनके आदर्शों को आत्मसात करे, यही उनकी सच्ची श्रद्धांजलि होगी। कार्यक्रम में मनरेगा लोकपाल तापेश्वर राम, पूर्व मुखिया डेगनारायन मेहता, सुनील मेहता, महेन्द्र राम, राधाकृष्ण मेहता, सेवानिवृत शिक्षक दशरथ प्रसाद, जयनारायण मेहता, रमेश हेंब्रम, प्रयाग मेहता, लोकनाथ मेहता, जयनन्दन मेहता ने भी अपनी बातें रखी। मौके पर कार्यकारी प्रधानाचार्य शिल्पी कुमारी, शिक्षक आनंद राणा, शंकर कुमार मेहता, संदीप कुमार शर्मा, सुनिता कुमारी, पिंकी कुमारी, नीतीश उपाध्याय, गणेश गुप्ता, खलील अंसारी, रामचन्द्र मेहता, गिरेंद्र मेहता, ललन सिंहसुरेश मेहता समेत कई लोग उपस्थित थे।
घर में भी मनाई गई पुण्य तिथि
स्व कमल बाबू की प्रथम पुण्य तिथि प्रखंड के चंदा स्थित उनके पैतृक आवास पर भी मनाई गई। इस दौरान घर में पूजा पाठ कर ब्राह्मणों को भोजन कराया गया। और उनके चित्र पर माल्यार्पण व पुष्प अर्पित किया गया। मौके पर स्व. कमल बाबू के ज्येष्ठ पुत्र कोलेश्वर मेहता, हृदयांशु कुमार, रंजित कुमार मेहता, अरविंद कुमार, मुरली मेहता, विनोद मेहता, संजय मेहता, अशोक मेहता, मथुरा मेहता, विमला कुमारी, मीना कुमारी, किरण कुमारी, रेणु कुमारी, उर्मिला देवी, गिरजा देवी, पिंकी कुमारी, इंदु कुमारी, मीनाक्षी मेहता, रानी मेहता, गीता मेहता, अक्ष कुमार, इशिका कुमारी समेत समस्त परिवार मौजुद थे।