नटवरलाल की ठगी के किस्से आपने खुब सुने होंगे, पर आज हम आपको जिस शख्स से मिलवाने जा रहे हैं वह ठगी में नटवरलाल का भी बाप निकला। यदि आज नटवरलाल जिंदा होता तो वह भी इस शख्स के कारनामे को देख अपना सिर पीट लेता। दरअसल इस युवक ने आम आदमी के साथ ही नही, बल्कि आईएएस-आईपीएस सहित झारखंड के मुख्यमंत्री तक को ठग डाला। उस युवक नाम सौरभ कुमार है और वह झारखंड के पलामू का रहने वाला है।
हाल ही में झारखंड के मुख्यमंत्री ने सूबे के यूपीएससी पास होनहार युवाओं को सम्मानित करने और बधाई देने के लिए एक कार्यक्रम का आयोजन किया था। और इस दौरान सीएम के साथ लिए यूपीएससी पास युवाओं की इस तस्वीर में दूसरी कतार में बारी से खड़ा दूसरा शख्स झारखंड का सौरभ पाण्डेय है, जो कभी यूपीएससी पास हुआ ही नहीं। अब पूरी कहानी हम आपको आसान लहजे में बताते हैं।
यूपीएससी 2021 की परीक्षा में 357वां रैंक लाने वाले पलामू जिले के पांडू निवासी कुमार सौरभ उर्फ सौरभ पांडेय का यूपीएससी क्लियर करने का दावा झूठा निकला। दरअसल, सौरभ पांडेय ने यूपीएससी 2021 की परीक्षा पास ही नहीं की थी। 357वां रैंक लाने वाले कुमार सौरभ दूसरे व्यक्ति हैं और वह उतर प्रदेश के रहने वाले हैं। सौरभ पांडेय भी यूपीएससी की तैयारी कर रहा था, लेकिन वह सफल नहीं हो पाया। इसी बीच गत 30 मई 2022 को जब रिजल्ट आया तो सौरभ पांडेय कुमार सौरभ बनकर 357वां रैंक लाने की जानकारी सभी को दे डाला। तब से सौरभ पांडेय स्वयं को यूपीएससी पास बताए फिर रहा है और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन तक को ठग डाला। इतना ही नहीं कई कोचिंग संस्थानों में जाकर छात्रों को सफलता के टीप्स भी बांट आया। भांडा फूटने के बाद पलामू के इस नटवरलाल ने लोगों से संपर्क करना बंद कर दिया है।