निशिकान्त मिस्त्री
जामताड़ा । जुमे की नमाज को लेकर गैर ऊर्दू विद्यालयों में रविवार की जगह शुक्रवार को अवकाश दिए जाने की आंच अब विभागीय अधिकारियों तक पहुंचने लगी है। इस मामले में शिक्षा विभाग ने बड़ी कार्रवाई की है। जामताड़ा के जिला शिक्षा पदाधिकारी सह जिला शिक्षा अधीक्षक अभय शंकर ने जामताड़ा, नारायणपुर व करमाटांड़ प्रखंड के 16 सीआरपी(संकुल साधन सेवी) को कार्यमुक्त करने के लिए उपायुक्त सह जिला शिक्षा समिति के अध्यक्ष को अनुशंसा भेजी है। इसके साथ ही डीईओ की ओर से शिक्षा विभाग के वरीय पदाधिकारीयों पर भी घोर लापरवाही बरतने के आरोप में विभाग के नियमों का अनुपालन कराने में उदासीन रहे ।
जामताड़ा के क्षेत्र शिक्षा पदाधिकारी दीपक राम, नारायणपुर के प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी कैलाशपति पातर एवं करमाटांड़ के प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी बंशीधर राम के विरूद्ध निलंबन की कार्रवाई के लिए प्राथमिक शिक्षा निदेशक, रांची को पत्राचार किया गया है। जामताड़ा में जुमे की नमाज को लेकर गैर ऊर्दू विद्यालयों में रविवार की जगह शुक्रवार को अवकाश दिए जाने खबर चलाए जाने के बाद शिक्षा विभाग की ओर से किए गए जांच में यह पता चला था कि जिले के जामताड़ा, करमाटांड़ व नारायणपुर प्रखंड क्षेत्र के 47 विद्यालयों का संचालन उर्दू स्कूल की तर्ज पर किया जा रहा था। जबकि ये सभी विद्यालय हिन्दी विद्यालय है ।
जहां शुक्रवार को विद्यालय में सप्ताहिक छुट्टी दी जा रही थी। वहीं रविवार को विद्यालय में पठन-पाठन का संचालन हो रहा था. इसके अलावे स्कूल के नाम के आगे उर्दू शब्द अंकित कर दिया गया था। इस मामले में आरोप है कि अनुश्रवण के क्रम में सीआरपी की ओर से डीएसई व बीईईओ कार्यालय को स्वघोषित उर्दू विद्यालयों के संबंध कोई जानकारी नही भेजी गई है ।
जिसे लापरवाही मानते हुए इस आधार पर डीईओ ने संबंधित संकुल के 16 सीआरपी को कार्यमुक्त करने की अनुशंसा की गई है. इसमें जामताड़ा प्रखंड के 02, करमाटांड़ के छह एवं नारायणपुर प्रखंड के 08 सीआरपी शामिल हैं. इससे पूर्व उक्त संबंधित सीआरपी से स्पष्टीकरण का जवाब मांगा गया था। जबकि विद्यालय के नाम के साथ लिखे उर्दू शब्द न मिटाने पर करमाटांड़ अंचल के प्राथमिक विद्यालय उपरभीठरा के प्रभारी प्रधानाध्यापक मोहनदास को पहले ही निलंबित कर विभागीय कार्रवाई के अधीन रखा गया है।
