रामावतार स्वर्णकार
इचाक: इचाक प्रखंड कार्यालय परिसर में बन रहे आवासीय भवन में भारी अनियमितता देखने को मिल रही है। भवन निर्माण कार्य को शुरू हुए महज छह महीने ही हुए हैं, और अभी से ही भवन की दीवारों के प्लास्टर झड़ने लगे हैं। बाहर से भले ही यह इमारत सुंदर दिखाई देती हो, लेकिन इसकी दीवारों की हालत इसकी कमजोर नींव और घटिया सामग्री की पोल खोल रही है। ग्रामीण विकास विभाग के स्पेशल डिवीजन के मद से इचाक प्रखंड मुख्यालय परिसर में चार आवासीय भवन बनाए जा रहे हैं जिनकी लागत चार करोड़ से अधिक की बताई जा रही है। यह आवासीय भवन भवन प्रखंड सह अंचल कार्यालय में कार्यरत बीडीओ और सीओ, सुपरवाइजर समेत तमाम प्रखंड सह अंचल कर्मी के ब्लॉक परिसर में ही रहने के लिए बनाया जा रहा है। ताकि प्रखंड और अंचल कार्यालय में विकास कार्य को और गति मिले। लेकिन
स्थानीय लोगों और कर्मचारियों का कहना है कि भवन निर्माण में शुरू से ही गुणवत्ता की भारी अनदेखी की गई है। पक्के बालू और सही मात्रा में सीमेंट के बजाय निर्माण में घटिया क्वालिटी की सामग्री का इस्तेमाल किया गया है। ठेकेदार ने जैसे-तैसे निर्माण को पूरा कर इमारत खड़ी तो कर दी, लेकिन उसमें टिकाऊपन का कोई ध्यान नहीं रखा गया। मजेदार बात यह है कि प्रखंड मुख्यालय में आने जाने और काम करने वाले कई आला अधिकारियों की चुप्पी भी कई सवाल खड़े कर रहे हैं। प्रखंड वासियों का कहना है कि का अगर ठेकेदार के मनमानी पर शुरू से अंकुश लगाया गया होता तो यहां निश्चित रूप से मजबूत और टिकाऊ भवन बनता। जब पदाधिकारियों के नाक के नीचे हो रहे निर्माण कार्य की स्थिति ऐसी है तो अन्य स्थानों पर कैसा निर्माण कराया जाता होगा ये एक बड़ा सवाल है।
मांग: जांच और कड़ी कार्रवाई हो
स्थानीय नागरिकों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने प्रशासन से इस मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है। साथ ही, दोषी ठेकेदार पर सख्त कानूनी कार्रवाई की मांग की जा रही है ताकि भविष्य में इस तरह की लापरवाही दोबारा न हो सके। इस विषय में अधिक जानकारी के लिए प्रखंड विकास पदाधिकारी संतोष कुमार को फोन किया तो उन्होंने फोन काट दिया।
क्या कहते हैं ठेकेदार:
इस संबंध में पूछे जाने पर संवेदक सुशील पांडेय ने बताया कि भवन निर्माण में गुणवत्ता के पैमाना को पूरा ध्यान में रखा गया है। भवन में प्लास्टर के तुरंत बाद बारिश हो जाने के कारण प्लास्टर का कुछ भाग झड़ गया है। अभी भवन का कार्य निर्माणाधीन है। तो टूटना झड़ना लगा रहेगा। फाइनल होने तक सबकुछ ठीक कर लिया जाएगा।
