रामावतार स्वर्णकार
हजारीबाग/इचाक । हजारीबाग जिले का पदमा ओपी और इचाक थाना का सीमांत क्षेत्र के अंतर्गत आने वाला बंद पड़ा अवैध पत्थर का खदान चमेली झरना में मंगलवार की शाम को डूबने से शिवपुरी निवासी शिवम कुमार सिंह की मौत हो गई थी। घटना के 36 घंटे बाद गुरुवार को एनडीआरफ की टीम ने शव को बाहर निकाला। शव के निकलते ही परिजनों के चीत्कार से पूरा क्षेत्र दहल गया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार शिवम मंगलवार की शाम अपने तीन दोस्तों के साथ चमेली झरना घूमने आया था। इस दौरान झरना में नहाने के दौरान वह पानी में डूब गया था। घटना के बाद इचाक और पदमा थाना के पुलिस घटना स्थल पर पहुंची। स्थानीय गोताखोरों की मदद से बुधवार को दिनभर पानी में शिवम के शव की तलाश की गई लेकिन सफलता नहीं मिली। गुरुवार को एनडीआरएफ की टीम पहुंची और दो घंटे की मशक्कत के बाद दोपहर 12 बजे शिवम के शव को बाहर निकाला गया। चमेली झरना की बात करें तो इचाक और पदमा थाना क्षेत्र के सीमांत में रांची पटना रोड से लगभग एक किमी अंदर जंगल में स्थित यह अवैध पत्थर के खनन से बना एक कृत्रिम गहरा और विशाल तालाब है। पत्थर माफियाओं ने जमीन से पत्थर खोदने के बाद इस विशाल गड्ढे को वैसे ही छोड़ दिया इसके बाद इसमें पानी भर गया। जंगल के बीच में बना यह विशाल जलाशय काफी रमणीक लगता है। इसीलिए यह चहेता पिकनिक स्पॉट बन गया है। आए दिन यहां लोग घूमने आते हैं और अक्सर काल के गाल में समा जाते हैं। इस झरना में अब तक दर्जनों से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है। बावजूद इसके पुलिस प्रशाशन मूकदर्शक बनी हुई है। आवश्यकता है कि इस क्षेत्र को रेड जोन घोषित करते हुए गहरे भाग को बैरिकेटिंग किया जाय और इस स्थल पर डेंजर जोन का बोर्ड लगाया जाय ताकि लोग वहां जाने से बचे।

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