रांची । राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) की तरफ से राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू झारखंड दौरे पर सोमवार को रांची पहुंचीं। राजधानी के होटल चाणक्या बीएनआर में NDA द्वारा आयोजित सांसदों एवं विधायकों की बैठक में हिस्सा लिया। करीब दो घंटे तक चली बैठक के बाद द्रौपदी मुर्मू ने केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा के साथ झारखंड मुक्ति मोर्चा सुप्रीमो शिबू सोरेन और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मुलाकात कीं। उन्होंने दोनों से अपने लिए समर्थन मांगा।
इससे पहले NDA नेताओं की बैठक में द्रौपदी मुर्मू भावुक हो गईं। झारखंड के साथ अपने जुड़ाव की चर्चा कहते हुए कहा कि उनके पूर्वज यहीं के थे। उनके दादा भी यहीं रहे। उनकी रागों में भी झारखंड का ही खून दौड़ रहा है। उन्होंने कहा कि जैसे ही उन्हें इस बात की जानकारी मिली कि उन्हें राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाया गया है, वो अचंभित हो गईं।
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कहा कि यह बहुत बड़ी जिम्मेदारी है। वह इसे कैसे निभाएंगी। इस पर पीएम ने उनसे कहा कि देश का संविधान उन्हें इस पद की जिम्मेदारी निभाने की शक्ति देगा। पीएम ने उनसे यह भी कहा कि जिस तरह आपने राज्य को संवारने का काम किया उसी तरह देश को भी संवारने का काम करेंगी। बैठक के बाद होटल परिसर में खड़े निजी स्कूल के बच्चों से भी मुर्मू ने मुलाकात की। बच्चों द्वारा बनाई गई पेंटिंग भी स्वीकार की।
इससे पहले रांची आगमन पर भगवान बिरसा मुंडा एयरपोर्ट पर भाजपा अनुसूचित जनजाति मोर्चा के कार्यकर्ताओं की ओर से द्रौपदी मुर्मू का पारंपरिक रीति- रिवाज के साथ स्वागत किया गया।इस दौरान पार्टी के आला नेता उनके स्वागत के लिए मौजूद रहे। द्रौपदी मुर्मू का फूलों से स्वागत किया गया।
द्रौपदी मुर्मू राज्य के विधायकों और सांसदों से अपने पक्ष में वोट देने की अपील करेंगी। एयरपोर्ट से वह सीधे राजधानी हजारीबाग जिले के बरकटठा से निर्दलीय विधायक अमित यादव ने भी राष्ट्रपति चुनाव में द्रौपदी मुर्मू को समर्थन को समर्थन दे रहे हैं। वह NDA विधायक दल की बैठक में मौजूद रहे।
इसमें भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष एवं सांसद दीपक प्रकाश, नेता विधायक दल एवं पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास, केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा, केंद्रीय राज्य मंत्री अन्नपूर्णा देवी, आजसू प्रमुख सुदेश महतो, भाजपा के प्रदेश महामंत्री एवं सांसद आदित्य साहू सहित अन्य सांसद और विधायक शामिल होंगे।
NDA के नेताओं के साथ बैठक के बाद द्रौपदी मुर्मू ने झामुमो के शीर्ष नेताओं से मुलाकात की। हेमंत सोरेन ने पुष्प गुच्छ देकर द्रौपदी मुर्मू का स्वागत किया। इन दौरान उन्होंने शिबू सोरेन और हेमंत सोरेन के साथ लंबी बात की। चुनाव में अपने पक्ष में मतदान करने की अपील की। झामुमो विधायकों का एक बड़ा गुट द्रौपदी मुर्मू के पक्ष में है लेकिन अभी तक इसको लेकर पार्टी द्वारा कोई अधिकारिक घोषणा नहीं हुई है।
कांग्रेस महागठबंधन के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा के साथ खड़ी है। झारखंड विधानसभा में झामुमो के 30 विधायक हैं, राज्य में दो सांसद हैं। जबकि कांग्रेस के पास 17 विधायक और दो सांसद हैं। आंकड़ों के अनुसार राज्य में NDA खेमे में 28 विधायक और 16 (लोकसभा और राज्यसभा) सांसद हैं। इनमें 26 विधायक बीजेपी के, 2 आजसू पार्टी के, 15 बीजेपी के सांसद और एक आजसू के एक सांसद शामिल हैं। राज्य में अगर वोटों के गणित पर नजर डालें तो एक विधायक के वोट का मूल्य 176 है जबकि एक सांसद के वोट का मूल्य 700 है। उस लिहाज से झामुमो, कांग्रेस और राजद को मिलाकर महागठबंधन के पास कुल 11,248 का आंकड़ा है। हालांकि इसमें माले और एनसीपी के एक-एक विधायकों की संख्या नहीं जोड़ी गयी है। वहीं एनडीए खेमे में बीजेपी और आजसू के विधायक और सांसद मिलकर 16,128 का आंकड़ा है।
द्रौपदी मुर्मू का झारखंड से गहरा नाता रहा है। वह 18 मई 2015 को झारखंड की 9वीं राज्यपाल नियुक्त की गई थीं। 12 जुलाई 2021 तक वह अपने पद पर बनी रहीं। उनका कार्यकाल 18 मई 2021 को पूरा हुआ था, लेकिन कोरोना के कारण राष्ट्रपति द्वारा नई नियुक्ति नहीं किए जाने के कारण इनके कार्यकाल का स्वतः विस्तार हो गया था। बता दें की मुर्मू की सीएम हेमंत सोरेन से एक दौर की फोन पर बात हो चुकी है, जिसमें उन्होंने झामुमो से अपने पक्ष में वोट करने की अपील की है।